14वे दिन अपनी जमीन बचाने के लिए अहरौलीकाली के किसान बैठे धरने पर

भिण्ड, 27 फरवरी। अटल प्रोग्रेस-वे को अपने पूर्व निर्धारित स्थान अर्थान चंबल के बीहड़ों के किनारे से निकालने की मांग को लेकर सोमवार को अटेर क्षेत्र के प्रतापपुरा गांव में भारतीय किसान संघर के नेतृत्व में 14वे दिन भी धरना जारी रहा। धरने पर अटेर तहसील के अहरौलीकाली गांव के किसान बैठे।
अहरौलीकाली के किसान रामकिशन शर्मा ने कहा कि मेरे पास कुल पांच बीघा जमीन है, मेरे पांच बच्चे हैं, जो कि पूरी तरह से बेरोजगार होने के कारण खेती किसानी पर ही निर्भर हैं, इस पांच बीघा में से मेरी दो बीघा जमीन इस एक्सप्रेस-वे में जा रही है, अब मैं यह नहीं समझ पा रहा हूं कि अपने पांच बच्चों का भरण पोषण कैसे कर पाऊंगा। साथ ही उनको कितनी कितनी जमीन दे पाऊंगा, मेरे लिए बहुत बड़ा संकट पैदा हो गया है। मुझे अंदाजा नहीं था कि मेरे जीवन में ऐसा भी संकट आ सकता है, अब मेरे यसमपे सिवाय भविष्य के अंधेरे के और कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है।
अहरौलीकाली के ही किसान गंगाराम बघेल का कहना है कि हमारे सामने तो ऐसा संकट खड़ा हो गया है कि इस उम्र में मैं रोजगार ढूंढने के लिए कौन से शहर में जाऊं और इस उम्र में मुझे कौन रोजगार देगा। हमारा एक मात्र रोजगार का सहारा भी हमसे छिन रहा है। आज मेरे सामने मजदूरी करने के अलावा कोई भी विकल्प नहीं बचा है। धरने पर बैठने वालों में रामकरण सिंह भदौरिया, रामचन्द्र सिंह भदौरिया, शिवकुमार बघेल, कालीचरण बघेल, सुनील बौहरे, रामबरन, रामकेश सिंह बघेल, चन्द्रप्रकाश बौहरे, आकाश बघेल, सोनू बघेल, अनिल बघेल, राधेश्याम शर्मा, विजयराम शर्मा, राजेन्द्र गर्ग, अमर सिंह, अरुण कुमार शर्मा, गोविन्द प्रसाद शर्मा, नवल किशोर शर्मा, दिलीप यादव एवं भारतीय किसान संघ की ओर से संभाग उपाध्यक्ष लक्ष्मण सिंह नरवरिया धरने पर बैठे।