केन्द्र और राज्य सरकार की गरीब कल्याण योजनाएं के माध्यम से सरकार कर रही है विकास : संजीव सिंह संजू
प्राकृतिक खेती के लिए किसान मोर्चा कार्यकर्ता गांव-गांव पहुंचे : विजय दैपुरिया
भाजपा किसान मोर्चा का एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर आयोजित
भिण्ड, 28 जनवरी। भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा का एक दिवसीय प्रशिक्षण वर्ग शहर के धनवंतरी कॉम्प्लेक्स में चार सत्रों में आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में मप्र पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेन्द्र बरुआ, भिण्ड विधायक संजीव सिंह कुशवाह, किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष विजय दैपुरिया, भाजपा जिला उपाध्यक्ष एवं किसान मोर्चा के प्रभारी सतेन्द्र सिंह भदौरिया, किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष एवं नीति शोध के प्रभारी रामलखन मिश्रा, भाजपा नेता अर्पित मुदगल, पूर्व अटेर मण्डल अध्यक्ष रमेश सिंह भदौरिया, मोर्चा के सह जिला मीडिया प्रभारी विक्रम अहरोलीघाट, जिलामंत्री अनिल सिंह कुशवाह, संतोष मसूरी, सुभाष मण्डल के अध्यक्ष प्रदीप सिंह भदौरिया टीपू, किसान मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य रक्षपाल सिंह राजावत ने अलग-अलग सत्रों में मंचासीन रहकर कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता किसान मोर्चा के जिला महामंत्री धर्मेन्द्र सिंह राजावत एवं संचालन किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष धर्मेन्द्र तिवारी ने किया।
इस अवसर पर मप्र पाठ्य पुस्तक निगम के अध्यक्ष शैलेन्द्र बरुआ ने भाजपा में किसानों की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी किसान मोर्चा का गठन किसानों को संगठित करने का काम करता है। किसान मोर्चा के कार्यकर्ता सकारात्मक भूमिका में आकर योजना का लाभ दिलाने के लिए अपने दायित्व का निर्वाह करे, ताकि किसान आत्मनिर्भर की दिशा से जुड़ सके। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने संविधान रचयिता डॉ. भीमराव अंबेडकर के नाम समाज को भ्रमित करने का कार्य किया और उन पर वोट लेने की राजनीति करती रही। भाजपा की सरकार ने अजा समाज के लिए सम्मान देते हुए केन्द्र और राज्य सरकार में महत्वपूर्ण स्थान पर गौरवान्वित किया। उन्होंने कहा कि भाजपा बैचारिक का आंदोलन है, राष्ट्रवादी नीतियों से देश सर्वव्यापी और सर्व स्पर्शी बनाने का कार्य कर रही है।
भिण्ड विधायक संजीव सिंह कुशवाह संजू ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकारों ने किसानों के लिए अनेक योजनाओं को संचालित किया, किसान सम्मान निधि भारत सरकार की महत्वपूर्ण योजना है, जिसका लाभ किसानों को मिला है, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार ने किसानों के लिए अनेकों योजनाएं बनाई हैं। भाजपा जिला उपाध्यक्ष एवं किसान मोर्चा के प्रभारी सत्येन्द्र सिंह भदौरिया ने उद्घाटन सत्र में कहा कि प्रशिक्षण के माध्यम से संगठन की नीतियों को नीचे स्तर तक पहुंचाई जाती है। जिसमें किसान मोर्चा के कार्यकर्ताओं की अहम भूमिका होनी चाहिए।
भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष विजय दैपुरिया ने कहा कि कृषि की प्राचीन पद्धति है। यह भूमि के प्राकृतिक स्वरूप को बनाए रखती है। प्राकृतिक कृषि में रासायनिक उर्वरकों तथा कीटनाशकों का प्रयोग नहीं होता है, बल्कि प्रकृति में आसानी से तथा प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले तत्वों तथा जीवाणुओं के उपयोग से यह कृृषि पद्धति की जाती है। यह पद्धति पर्यावरण के अनुकूल है तथा फसलों की लागत घटाने में कारगर है। उन्होंने कहा कि जिले के समस्त किसान प्राकृतिक खेती की ओर अपना रुझान देते हुए पंजीयन करवाएं ताकि प्राकृतिक खेती के लिए वह जागृत हो सके। कृषि विभाग कल्याण द्वारा नि:शुल्क पंजीयन की व्यवस्था की गई है।
किसान मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष एवं नीति शोध के प्रभारी रामलखन मिश्रा ने कहा कि प्राकृतिक कृषि में जीवामृत (जीव अमृत), घन जीवामृत एवं बीजामृत का उपयोग पौधों को पोषक तत्व दिए जाने के लिए किया जाता है। इनका उपयोग फसलों पर घोल के छिड़काव अथवा सिंचाई के पानी के साथ में किया जाता है, प्राकृतिक कृषि में कीटनाशकों के रूप में नीमास्त्र, ब्रह्मास्त्र, अग्निअस्त्र, सोठास्त्र, दषा पडऩी, नीम पेस्ट का इस्तेमाल किया जाता है। प्राकृतिक कृषि के प्रचार प्रसार एवं प्रशिक्षण के उद्देश्य से मप्र कृषि विभाग द्वारा यह पंजीयन पोर्टल तैयार किया गया है। इस पोर्टल पर पंजीयन कराने वाले कृषकों को शासन द्वारा प्राकृतिक कृषि का प्रशिक्षण दिया जाएगा तथा उनके उत्पादों के प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धन तथा मार्केटिंग हेतु प्रशिक्षित किया जाएगा। आत्मनिर्भर भारत हमारे प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी एवं प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का सपना है। आत्मनिर्भर तभी बन सकते हैं जब हमारी कृषि, हमारा एक-एक किसान आत्मनिर्भर हो। ऐसा तभी संभव है जब हम रासायनिक कृषि की जगह प्राकृतिक कृषि के सिद्धांतों को आत्मसात करें एवं प्राकृतिक खेती को एक जन आंदोलन का स्वरूप दें। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक कृषि भारत के लिए कोई नई चीज नहीं है, यह प्राचीनकाल से भारतीय संस्कृति, भारतीय सभ्यता और हमारी परंपराओं का अंग है। हमारे वेदों, पुराणों, उपनिषदों में प्राकृतिक खेती के ज्ञान का खजाना मिलता है, यह खेती हमारी जड़ों से जुड़ी है, हमारे पूर्वज सदियों पहले से प्राकृतिक खेती करते रहे हैं।
इस अवसर पर भाजपा नेता अर्पित मुदगल ने जैविक खेती पर प्रकाश डाला। प्रशिक्षण में जिलेभर से आए किसान मोर्चा के जिला पदाधिकारी, मण्डल अध्यक्ष, महामंत्री आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।