जैहहुं अवध कवन मुंह लाई। नारि हेतु प्रिय भाई गंवाई।।

मेहगांव रामलीला में हुआ लक्ष्मण शक्ति की लीला का भव्य मंचन

भिण्ड, 08 नवम्बर। श्रीश्री 1008 महामण्डलेश्वर श्री रामदास जी महाराज दंदरौआ सरकार की अध्यक्षता में मेहगांव में चल रही रामलीला में सोमवार को रामलीला का शुभारंभ नगरीय विकास एवं आवास राजमंत्री मप्र शासन ओपीएस भदौरिया ने प्रभु श्रीराम की आरती कर किया।


रामलीला में अंगद के लौटने पर राम चारों ओर से रावण पर आक्रमण की योजना बनाकर चार टुकडिय़ों का गठन करते हैं, जिससे निशाचरों के लगातार मारे जाने पर लंकाधिपति रावण चिंतित हो जाता हैं और वह अपने पुत्र इन्द्रजीत मेघनाद को रणभूमि में जाने के लिए कहता है। मेघनाद अपने पिता से आज्ञा लेकर रणभूमि में पहुंचता है, जहां शेषावतार लक्ष्मण से उसका भयंकर युद्ध होता है। मेघनाद ब्रह्माजी द्वारा दी गई शक्ति का आह्वान कर उसे प्राप्त करने के बाद शक्ति का प्रहार लक्ष्मण पर करता है, जिससे वह मूर्छित हो समर भूमि में गिर जाते हैं। मेघनाद उनको मृत समझकर उनके शरीर को लंका ले जाना चाहता है किन्तु वह तमाम कोशिशें करने के बावजूद मूर्छित पड़े लक्ष्मण को हिला भी नहीं पाता है। वह वहीं पर छोड़ लंका पहुंच जाता है। लक्ष्मण के मृत्यु का समाचार वह रावण को सुनाता है। यह खबर सुनकर लंकावासी खुशियां मनाते हैं। इधर लक्ष्मण के मूॢछत होने की खबर मिलते ही राम दल में शोक छा जाता है, परंतु पवन पुत्र हनुमान संजीवनी बूटी लाकर लक्ष्मण के प्राण बचा लेते हैं। राम दल में फिर खुशी की लहर दौड़ जाती है।