शासन से जल्द से जल्द मदद दिलाने की पूरी कोशिश की जा रही है : डॉ. रामलखन सिंह

पूर्व सांसद ने बाढ़ पीडि़तों के बीच पहुंचकर बांटा राशन व भोजन के पैकेट

भिण्ड, 10 अगस्त। सिंध नदी में आए उफान से कई गांव तबाह हो गए। बाढ़ के पानी से कच्चे मकान ढह गए व पक्के मकान क्षतिग्रस्त हो गए, जब लोगों को शासन प्रशासन से मदद मिलने में देरी हुई तो पूर्व सांसद डॉ. रामलखन सिंह स्वयं बाढ़ पीड़ितों के बीच गाडिय़ों में सूखा राशन भरकर पहुंचे और प्रत्येक परिवार को राशन सामाग्री दाल, आलू, आटा, नमक, चावल वितरण किया।
बाढ़ पीडि़तों के बीच जब राशन से भरी गाडिय़ां पहुंची तो उनके जान में जान आ गई। प्रशासन को बाढ़ पीडि़तों की मदद करने में देरी हो रही थी, ऐसे में उन्हें दैनिक जीवन यापन के लिए भी परेशानी हो रही थी, क्योंकि प्राकृतिक आपदा ने ग्रामवासियों की फसल, गल्ला, जमा पूंजी को पूरी तरह बर्वाद कर दिया था। ऐसी स्थिति में उम्मीद की किरण बनकर पूर्व सांसद डॉ. रामलखन सिंह राशन की गाडिय़ां भरकर बाढ़ पीडि़तों की बीच पहुंचे और उन्हें वितरण करवाया। साथ ही उन्होंने बाढ़ पीडि़तों को सांत्वना दी कि शासन से जल्द से जल्द मदद दिलाने की पूरी कोशिश की जा रही है। पूर्व सांसद डॉ. रामलखन सिंह ने सिंध नदी के किनारे बसे गांव जखमोली, राजहंस का पुरा, खोंजरा सहित आधा दर्जन गांव में भोजन के पैकेट वितरण किए तो वही टेहनगुर में भोजन के पैकेट एवं सूखा राशन बांटा। उन्होंने चौपाल लगाकर ग्रामीणों की जो समस्याएं सुनीं एवं उच्च अधिकारियों तथा विधायक संजीव सिंह कुशवाह से बात कर जल्द लोगों को आवास दिलाने के लिए कहा।

पूर्व सांसद के भाई पहुंचे अन्य गांव में

पूर्व सांसद डॉ. रामलखन सिंह के भाई एवं विधायक संजीव सिंह कुशवाह के चाचा रविन्द्र सिंह कुशवाह ने द्वार, दाह का पुरा, ओझा, डुढिय़न ग्रामों की कमान संभाली और बाढ़ पीडि़तों के बीच पहुंचकर राशन वितरण कर राहत पहुंचाने का कार्य किया। इस अवसर पर विधायक संजीव सिंह कुशवाह ने कहा कि विधानसभा सत्र प्रारंभ होने की वजह से मुझे भोपाल रहना पड़ रहा है, लेकिन मैं लगातार बाढ़ पीडि़तों के संपर्क में हूं। मैं और मेरा परिवार और साथी मित्र बाढ़ पीडि़तों के बीच पहुंचकर हर संभव मदद दिलाने का काम कर रहे हैं।