पारंपरिक खेती के मुकाबले फलों की खेती से कमाया जा सकता है अधिक लाभ : कलेक्टर

– किसानों को उद्यानिकी फसलों को अपनाने किया प्रोत्साहित
– ‘एक बगिया मां के नाम’ अभियान के तहत एप्पल बेर के 280 पौधे रोपे

भिण्ड, 20 अगस्त। ‘एक बगिया मां के नाम’ अभियान के तहत कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने बुधवार को ग्राम दबोहा में कृषक रामसनेही शर्मा के खेत में एप्पल बेर के पौधों का रोपण किया। साथ ही चीकू का पौधा लगाया। इस दौरान सहायक संचालक उद्यानिकी गंभीर सिंह तोमर, सरपंच ग्राम दबोहा, उद्यानिकी विभाग से शंकरलाल, पवन शर्मा एवं कृषक उपस्थित थे।
उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग की फल पौधरोपण योजनांतर्गत ग्राम दबोहा में कृषक रामसनेही पुत्र रामलोटन शर्मा के 0.500 हैक्टेयर भूमि में एप्पल बेर के 280 पौधे रोपित किए गए।

कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव ने किसानों को उद्यानिकी (बागवानी) फसलों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कृषकों से कहा कि पारंपरिक खेती के मुकाबले फलों की खेती से अधिक लाभ कमाया जा सकता है। इसलिए किसान बागवानी के लिए आगे आएं और अपने जीवन को बेहतर बनाएं। उन्होंने कृषक रामसनेही शर्मा द्वारा की जा रही केला की खेती, पीली हल्दी, काली हल्दी की खेती, अमरूद, आम, सफेद चंदन सहित अन्य पौधों का अवलोकन किया एवं लागत तथा लाभ के बारे में विस्तार से जानकारी ली।
उन्होंने ग्राम दबोहा में कृषक राजीव शर्मा द्वारा जैविक खेती कर पीली हल्दी और काली हल्दी की फसल का अवलोकन कर लागत तथा लाभ के बारे में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जिले के किसानों को उद्यानिकी की खेती के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि अधिकारी किसानों को बताएं कि परंपरागत खेती की तुलना में फलों की खेती को अपनाते हुए अधिक लाभ कमाया जा सकता है।