पशुओं में लम्पी बीमारी होने पर नजदीकी पशु अस्पताल में उपचार कराएं

उपचार हेतु जिले के विकास खण्डों में छह आइसोलेशन सेंटर स्थापित

भिण्ड, 22 सितम्बर। उप संचालक एवं पशुपालन एवं डेयरी विभाग भिण्ड ने बताया कि वर्तमान में जिले में 34 पशु लम्पी की बीमारी से ग्रसित पाए गए हैं। पशुओं में लम्पी बीमारी के लक्षण पाए जाने पर पशु पालक नजदीकी पशु चिकित्सालय में पहुंचकर तीन दिन तक उपचार कराएं, पशु पूर्णत: स्वस्थ हो जाएंगे। उपचार हेतु जिले के सभी विकास खण्डों में छह आइसोलेशन सेंटर बनाए गए हैं और उनमें डॉक्टर पदस्थ किए गए हैं।
उन्होंने बताया कि बीमारी की रोकथाम के लिए प्रभावित एरिया में कीटनाशक का स्प्रे कराया जा रहा है एवं बीमार पशुओं को अलग बांधने की सलाह दी जा रही है। आमजनता को अवगत कराया जा रहा है कि परंपरागत तरीके से सूखी नीम पत्ती का धुआं करना भी बीमारी को रोकने में सहायक है। उन्होंने बताया कि स्वस्थ पशुओं में टीकाकरण प्रारंभ है, जिले में अभी तक चार हजार 216 पशुओं को टीका लगाया जा चुका है। इस बीमारी से डरने व भ्रमित होने की आवश्यकता नहीं है। यदि बीमारी के कोई लक्षण दिखाई देते हैं तो नजदीकी पशु चिकित्सालय से संपर्क कर तीन दिवस तक उपचार कराएं, पशु पूर्णत: स्वस्थ हो जाएंगे। उपचार हेतु संबंधित विकास खण्डों में छह आइसोलेशन सेंटर स्थापित किए गए हैं।
जिले में लम्पी बीमारी के उपचार हेतु विकास खण्ड अटेर में आइसोलेशन सेंटर गौशाला परा में बनाया गया है, जिसमें डॉ. संजय सिंह राठौर मो.9893102692 को पदस्थ किया गया है। इसी प्रकार विकास खण्ड भिण्ड में किला के निकट श्रीकृष्ण गौशाला में डॉ. अतुल शर्मा मो.7000479110, विकास खण्ड गोहद में नवीन गौशाला निकट स्टेडियम डॉ. अरविन्द शर्मा मो.9907018567, विकास खण्ड लहार में काजी हाउस डॉ. मनोज शर्मा मो.7747853396, विकास खण्ड मेहगांव में गौशाला पचेरा डॉ. भूपेन्द्र सिंह भदौरिया मो.6268537586 एवं विकास खण्ड रौन में गौशाला निवासई में आईसोलेशन सेंटर बनाया गया है जिसमें डॉ. देवेन्द्र कोष्ठी मो.7987825464 उपस्थित रहेंगे। पशुपालक वहां जाकर लम्पी बीमारी का इलाज कराएं। निराश्रित गौवंश को खण्ड स्तर पर स्थापित आइसोलेशन सेंटर में रखकर उपचार किया जा रहा है।