नगर वासियों ने पुष्प वर्षा कर किया स्वागत
भिण्ड, 23 अप्रैल। गोरमी क्षेत्र के ग्राम कचनावकलां में बरुआ परिवार द्वारा आयोजित भागवत कथा की भव्य कलश यात्रा शनिवार को गोरमी नगर के प्राचीन धुरकोट मन्दिर से पूजा अर्चना के बाद प्रारंभ हुई। कलश यात्रा में जहां आगे-आगे महिलाएं एवं बच्चियां सिर पर कलश लेकर चल रहे थे, वहीं पीछे-पीछे संत-महंत एवं कथा व्यास भव्य बग्गी पर विराजमान थे। जिनका स्थानीय नागरिकों ने जगह-जगह पुष्प वर्षा कर जोरदार स्वागत किया। कलश यात्रा थाना रोड, मेन रोड, पोरस चौराहा से कचनाव रोड और सब्जी मण्डी होती हुई मिश्रा क्लीनिक पर समाप्त हुई। इसके बाद ग्राम कचनावकलां में भव्य भागवत कथा प्रारंभ हुई।
भागवत कथा के प्रथम दिन भागवताचार्य कथा व्यास खनेता धाम आश्रम के महंत श्रीश्री 1008 महामण्डलेश्वर श्री रामभूषण दासजी महाराज ने कहा कि भागवत कथा का जीवन में बड़ा महत्व है, भागवत कथा हमें धर्म मार्ग पर चलने की प्रेरणा देती है, जिस प्रकार रामायण कथा हमें जीवन जीने की कला सिखाती है, उसी तरह भागवत कथा हमें मोक्ष की कला सिखाती है, इसलिए हम सबको परिवार सहित भागवत कथा हमारे आस-पास जहां भी हो रही हो अवश्य सुनना चाहिए। भागवत कथा जहां संपन्न होती है उसके आस-पास का वातावरण भी शुद्ध होता है। भागवत कथा के प्रारंभ में यजमान एवं आयोजन समिति द्वारा दंदरौआ धाम के महंत श्रीश्री 1008 श्री रामदास जी महाराज, रसनोल के महंत कमल दासजी एवं आस-पास के क्षेत्र के सभी संत-महंत का सम्मान किया गया। भागवत कथा के प्रथम दिन हजारों की संख्या में भक्तजन मौजूद थे, कथा के अंत में भव्य आरती हुई।