भिण्ड, 26 मार्च। गणाचार्य विराग सागर महाराज के शिष्य मप्र शासन के राजकीय अतिथि मेडिटेशन गुरू विहसंत सागर महाराज, मुनि विश्वसूर्य सागर महाराज के ससंघ सानिध्य में 1400 वर्ष प्राचीन भगवान सुपाश्र्वनाथ दिगंबर जैन मन्दिर दुल्हागन में भव्य वेदी प्रतिष्ठास के पूर्व शनिवार को सुबह घटयात्रा ग्राम में निकाली गई ग्राम भ्रमण के पश्चात मन्दिर में ध्वाजारोहण श्रीचन्द्र-मुन्नीदेवी जैन द्वारा किया गया एवं मन्दिर शुद्धि, वेदी शुद्धि व शिखर शुद्धि सतीश चन्द्र, सतेन्द्र जैन, पिन्टू जैन दिल्ली द्वारा किया गया एवं दोपहर की सभा में योगमंडल विधान का आयोजन प्रतिष्ठाचार्य संदीप शास्त्री मेहगांव द्वारा विधि विधान से 250 अघ्र्य चढ़ाए, जिसमें महिला पुरुषों ने भक्ति के साथ अर्चना की।
इस अवसर पर मप्र शासन के राजकीय अतिथि मेडिटेशन गुरू विहसंत सागर महाराज ने कहा कि जैन दर्शन के प्रथम तीर्थंकर भगवान आदिनाथ के जन्म कल्याणक के अवसर पर दुल्हागन जैन मन्दिर में दो दिवसीय वेदी प्रतिष्ठा महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें मन्दिर के कांच का कार्य पूर्ण हो गया है, वेदी पर भगवान सुपाश्र्वनाथ को रविवार को प्रात:काल विधि विधान से स्थापित किया जाएगा।
विहसंत सागर महाराज ने कहा कि एक पुराने मन्दिर का जीर्णोद्धार एक हजार नवीन मन्दिर बना लेने के फल के बराबर होता है, उन्होंने कहा कि उनका यह 50वां प्राचीन जैन मन्दिर का जीर्णोद्धार कराया है। इस अवसर पर अशोक जैन, ज्ञानचन्द्र जैन, सतीशचन्द्र जैन, श्रीचन्द्र जैन, धर्मचन्द्र जैन, राकेश जैन, महेश जैन, कपूरचंद जैन, प्रेमचन्द जैन, अमीरचंद जैन, राजेन्द्र जैन, दिनेश चन्द्र जैन, पवन जैन आदि सहित समाज के अनेक लोग मौजूद रहे।