मुनिश्री मंगल प्रवेश हुआ, महिलाओं ने मंगल कलश से की भव्य आगवानी

गुडग़ुड़ी का नाक से मोर बाजार तक प्रवेश शोभायात्रा निकाली
गुरुभक्तों ने जगह-जगह किया मुनिश्री ससंघ के पादप्रक्षालन

ग्वालियर, 25 मार्च। जैन सिद्धक्षेत्र सोनागिर से पद विहार करते हुए शुक्रवार को ग्वालियर में वात्सल्य सरोवर राष्ट्र संत मुनि श्री विहर्ष सागर महाराज, मुनि श्री विजयेश सागर, मुनि श्री विनिबोध सागर महाराज एवं ऐलक श्री विनियोग सागर महाराज ससंघ का गाजेबाजे के साथ भव्य मंगल प्रवेश शोभायात्रा निकाली गई।


समाज के प्रवक्ता सचिन जैन ने बताया कि मुनिराजों का मंगल प्रवेश गुडग़ुड़ी का नाक से गाजे-बाजे के साथ हुआ। मंगल प्रवेश यात्रा गुडग़ुड़ी से शुरू होकर मुख्य मार्गों से होते हुए मोर बाजार स्थित पटौदी परिवार के निवास तक हुआ। यात्रा के दौरान भक्तों ने जगह-जगह पर मुनिश्री के पाद प्रक्षालन कर आरती उतारी।

मुनिश्री की महिलाओं ने मंगल कलश से की अगवानी, पाद प्रक्षालन भी किया

मुनि श्री विहर्ष सागर महाराज संसघ मोर बाजार स्थित पटौदी परिवार के निवास पर पहुंचे तो महिलाओं ने मंगल कलश से भव्य आगवानी की। मुनिश्री के पाद प्रक्षालन कर नरेन्द्र कुमार, श्रीमती चत्तर पटौदी परिवार ने आशीर्वाद लिया। वहीं संगीतकर शुभम जैन सैमी ने संगीतमय भजनों के साथ दीपकों से महाआरती भक्ति नृत्य के साथ कराई। मुनिश्री के चरणों मे विकास गंगवाल, अजीत कासलीवाल, विनय कासलीवाल, विनोद पाटोदी, योगेश बोहरा, पंकज बाकलीवाल, संजीव अजमेरा, मयंक पांड्या आदि ने श्रीफल भेंट कर आशीर्वाद लिया।

नगर में संतों का सानिध्य मिलना आपकी गुरु भक्ति का फल है : मुनिश्री

राष्ट्र संत मुनि श्री विहर्ष सागर महाराज ने धर्मसभा को संबोधित करते हुए कहा कि नगर में संतों का आना आपकी गुरु भक्ति, आस्था का ही फल है। जो नित्य हर समय आपके यहां आपको गुरुओं का सानिध्य व गुरु वाणी सुनने को मिलती रहती है। यह आपका महान पुण्य का उदय चल रहा है। मुनि श्री विजयेश सागर महाराज ने कहा कि किसी ने लिखा है जिनके हाथों में लकीरें नहीं होती, उनका जीवन अधूरा होता है। लेकिन मैं कहता हूं जिनके सिर पर गुरु का हाथ हो तो उन्हें लकीरों की जरूरत नहीं पड़ती।