शिक्षक की हत्या के आरोप में गिरफ्तार हुए आरोपित ने कबूल की साले की हत्या की वारदात
भिंड(नप्र)। लहार के शिक्षक की हत्या में दो दिन पहले गिरफ्तार हुए दो आरोपितों में एक ने अपने साले की हत्या की है। आरोपित का साला शिक्षक की हत्या में शामिल था। आरोपित ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी से अनबन रहती थी। ऐसे में जब साले ने शिक्षक की हत्या की तो वह उससे डरने लगा। आरोपित ने अपने चचेरे भाइयों के साथ मिलकर साले को ठिकाने लगाने की साजिश रची । साले को जुआ खेलने के बहाने घर बुलाकर शराब के नशे में धुत कराया। शराब पीकर बेसुध होने पर जीजा ने भाइयों के साथ मिलकर साले का गला दबाया। खेत में ले जाकर पेड़ पर फांसी पर लटका दिया। आरोपित के जुर्म कबूल करने के बाद पुलिस ने उसपर तीन भाइयों सहित हत्या और साजिश में शामिल होने का केस दर्ज किया है।
यह है पूरी वारदातः
रौन थाना प्रभारी उदयभान सिंह यादव ने बताया कि बिलाव गांव निवासी प्रदीप दौहरे और कमलेश दौहरे पुत्र अमर दौहरे निवासी चतुर्वेदी नगर भिंड ने 19 सितंबर 2018 को मिहोना की राजघाट पुलिया के पास लहार निवासी शिक्षक अनिल पुत्र शांतिप्रकाश अग्निहोत्री की पत्थर से कुचलकर हत्या कर दी थी। हत्या के बाद दोनों आरोपित भागकर लहार के बड़ोखरी गांव पहुंचे थे। यहां वे लोग राजू पुत्र मुन्नाीलाल दौहरे के घर पहुंचे। राजू प्रदीप का जीजा है। प्रदीप और कमलेश ने जीजा को हत्या की बात बताई। इसके बाद सुरक्षित स्थान के लिए चले गए थे। दो दिन पहले पुलिस ने शिक्षक हत्याकांड का खुलासा किया। पुलिस ने शिक्षक की हत्या में राजू और कमलेश दौहरे को गिरफ्तार किया। पड़ताल में राजू ने पुलिस को बताया था कि शिक्षक की हत्या के करीब एक वर्ष बाद प्रदीप ने जीजा राजू के गांव जाकर आत्महत्या कर ली थी। अब राजू ने पुलिस से कबूल कर लिया है कि प्रदीप ने फांसी नहीं लगाई थी, बल्कि उसे राजू ने अपने चचेरे भाइयों के साथ मिलकर ठिकाने लगा दिया था। पुलिस ने प्रदीप की हत्या के आरोप में उसके जीजा राजू और उसके तीन चचेरे भाइयों पर हत्या और साजिश करने का केस दर्ज किया है।
पुलिस ने ऐसे उगलवाया प्रदीप की हत्या का राजः
शिक्षक हत्याकांड का खुलासा करने के लिए रौन थाना प्रभारी यादव बिलाव गांव में प्रदीप की तलाश में गए थे। वहां बताया गया कि प्रदीप ने तो सालभर पहले बड़ोखरी गांव में जीजा राजू दौहरे के घर जाकर आत्महत्या करली थी। प्रदीप की मां ने पुलिस से कहा कि बेटा आत्महत्या नहीं कर सकता उसे मारकर फांसी पर लटकाया गया था। ऐसे में जब पुलिस ने राजू और कमलेश को दबोचा तो राजू ने साले प्रदीप की हत्या करना कबूल कर लिया है।