भिण्ड, 16 मार्च। गोहद क्षेत्र के छीमका मौजा में स्थित सर्वे नं.1452 रकबा 1.51 हेक्टेयर पर भिण्ड कलेक्टर द्वारा 13 जून 2019 को ग्राम छीमका में निवासरत ग्रामीणों के लिए कब्रिस्तान घोषित किया गया था। जिसका सीमांकन पटवारी, आरआई द्वारा बड़ी मुश्किल से दो वर्ष पश्चात मार्च 2021 में किया गया। सीमांकन के दौरान कब्रिस्तान में पांच लोगों का अतिक्रमण पाया गया। परंतु पटवारी, आरआई की रिपोर्ट में चार लोगों का कब्जा दर्शाया गया। पटवारी आरआई की रिपोर्ट पर तत्कालीन तहसीलदार रामजीलाल वर्मा द्वारा 14 जून 2021 को चार कब्जा धारियों के खिलाफ 248 की कार्रवाई के तहत आदेश पारित किया गया। परंतु आदेश पर अमल नहीं किया गया। फरवरी माह में 15 फरवरी 2022 की मोजा पटवारी की रिपोर्ट में पांच लोगों का कब्जा बरकरार बताया गया है। जिनमें सिम्बू सिंह पुत्र भंवर सिंह, मुन्नेश सिंह पुत्र इंदल सिंह, सोबरन सिंह पुत्र रामसिंह, रघुनाथ सिंह पुत्र फूलसिंह, पद्मसिंह पुत्र श्रीलाल सिंह निवासीगण ग्राम छीमका द्वारा गेहूं एवं सरसों की फसल लगाकर अतिक्रमण किया गया है। पटवारी रिपोर्ट व 14 जून 2021 के तहसीलदार के आदेश पर वर्तमान तहसीलदार द्वारा सभी कब्जा धारियों पर सिविल जेल की कार्रवाई प्रस्तावित करने के लिए सात मार्च को एसडीएम गोहद न्यायालय में फाइल भेजी गई। परंतु एसडीएम गोहद शुभम शर्मा दबंग लोगों के दवाब में फसल कट लिए जाने का इंतजार कर रहे हैं। अभी कार्रवाई नहीं होगी तो जमीन पर कब्जा करने वाले दबंग भू माफिया आसानी से शासकीय भूमि से फसल काट सकेंगे और कब्रिस्तान की भूमि में कब्जा बरकरार रहेगा।
इनका कहना है-
छीमका कब्रिस्तान के अतिक्रमण में नोटिस जारी किए जा रहे हैं।
शुभम शर्मा, एसडीएम गोहद