बाउण्ड्री न होने से असमाजिक तत्व महाविद्यालय को बना रहे निशाना

बाउण्ड्री एवं पहुंचमार्ग को लेकर प्राचार्य द्वारा उच्च शिक्षा विभाग को निरंतर लिखे जा रहे पत्र

आलमपुर/भिण्ड, 15 मार्च। प्रदेश सरकार ने आलमपुर कस्बे में 6.5 करोड़ रुपए की लागत से शासकीय महाविद्यालय का नवीन भवन बनवाया है। जिसमें वर्तमान समय में महाविद्यालय संचालित हो रहा। लेकिन नवीन भवन की अभी तक बाउण्ड्री नहीं बनाई गई है। शा. महाविद्यालय भवन की बाउण्ड्री न होने की वजह से महाविद्यालय बंद होने के पश्चात महाविद्यालय प्रांगण में असमाजिक तत्वों का जमावड़ा लग जाता है। यही नहीं महाविद्यालय प्रांगण में एकत्रित होने वाले असमाजिक तत्व कई खिड़कियों के कांच तोड़ चुके हैं।


हालांकि महाविद्यालय प्रशासन द्वारा महाविद्यालय की देख-रेख के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाती है। इसके बावजूद असमाजिक तत्व अपनी हरकतों को अंजाम दे जाते है। तो वहीं नवीन शा. महाविद्यालय भवन की बाउण्ड्री न होने के कारण कस्बे के अनेक पशु पालक महाविद्यालय भवन के चारों ओर पड़ी जमीन पर पशुओं को चराने के लिए पहुंच जाते हैं। जिससे महाविद्यालय प्रांगण में स्टाफ द्वारा लगाए गए छोटे-छोटे पौधों को पशु खा जाते है। इसलिए महाविद्यालय प्रांगण में पेड़ पौधे नहीं पनप पा रहे हैं। इसके अलावा शा. महाविद्यालय पर चार पहिया वाहन पहुंचने की बड़ी समस्या बनी हुई है। महाविद्यालय पर जाने के लिए आलमपुर बस्ती के अंदर से रास्ता निकला हुआ है। लेकिन बस्ती के अंदर से निकला रास्ता काफी सकरा होने के कारण चार पहिया वाहनों का महाविद्यालय पर पहुंचना मुश्किल हो जाता है।
शा. महाविद्यालय प्राचार्य विजय कुमार शर्मा का कहना है कि छात्र-छात्राओं की सुविधा एवं सुरक्षा की दृष्टि से महाविद्यालय द्वारा आयुक्त उच्च शिक्षा विभाग को पिछले कुछ वर्षों से लगातार पत्र लिखे जा रहे हैं। जिसमें महाविद्यालय भवन के रख-रखाव के लिए भूमि का सीमांकन कराकर बाउण्ड्री का निर्माण कराने एवं सुगम पहुंच मार्ग के निर्माण कराने का उल्लेख किया गया है। किन्तु अभी तक कोई नतीजा नहीं निकला है।