भिण्ड, 08 मार्च। मत्स्य उद्योग एक ऐसा व्यवसाय है जिसे निर्धन से निर्धन व्यक्ति अपना सकता है एवं अच्छी आय प्राप्त कर सकता है तथा समाज में क्रांतिकारी परिवर्तन लाया जा सकता है। विभिन्न माध्यमों से मत्स्य पालन व्यवसाय में लगकर मानवेन्द्र सिंह अपना आर्थिक स्तर सुधार रहे हैं। भिण्ड जिले के दबोह क्षेत्र के मानवेन्द्र सिंह यादव द्वारा प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजनांतर्गत मत्स्य पालन की नवीन तकनीकि बायोफ्लोक यूनिट द्वारा मत्स्य पालन का कार्य किया जा रहा है।
मानवेन्द्र सिंह बताते हैं कि वर्ष 2019-20 में सहायक संचालक मत्स्योद्योग भिण्ड के अधिकारी धर्मेन्द्र सिंह परमार की सहायता से बायोफ्लोक पद्धति से चार मीटर व्यास 1.5 मीटर ऊंचाई एवं 10 हजार लीटर पानी की क्षमता के दो टैंकों में मत्स्य उत्पादन का किया गया। जिसमें 50 हजार की लागत से 1.5 मैट्रिक टन मत्स्योत्पादन किया गया। जिसमें एक लाख रुपए का लाभ प्राप्त हुआ, वर्ष 2020-21 में मत्स्य विभाग जिला भिण्ड से संपर्क कर सात टैंक पांच मीटर व्यास 1.5 मीटर ऊंचाई, 20 हजार लीटर पानी की क्षमता एवं 7.5 लाख रुपए की लागत से सात टैंकों का निर्माण करवाया गया एवं प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना से तीन लाख का अनुदान प्राप्त हुआ साथ ही सभी टैंकों में 20 हजार पंगेशियस मत्स्य बीज का संचयन किया, जिसमें एक वर्ष में दो बार (प्रत्येक छह-छह माह में) मत्स्य उत्पादन का कार्य किया जाता है। जिसमें पांच मैट्रिक टन मत्स्य उत्पादन हो चुका है। जिससे वर्ष में पांच लाख रुपए मुनाफा प्राप्त हुआ है। किसानों के हित में चलाई जा रही प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के लिए मानवेन्द्र सिंह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सहृदय धन्यवाद दे रहे हैं।