भिण्ड, 28 फरवरी। शा. एमजेएस स्नातकोत्तर महाविद्यालय भिण्ड में सोमवार को ‘विज्ञान दिवसÓ के अवसर पर महाविद्यालय के रसायन और भौतिक शास्त्र विभाग की ओर से ‘विज्ञान महोत्सव-2022Ó का शुभारंभ किया गया। दो मार्च तक चलने वाले इस महोत्सव में विज्ञान विषय से संबंधित कई विशेष आयोजन और विज्ञान प्रतियोगिता व विज्ञान प्रदर्शनियों का प्रदर्शन भी सम्मलित हैं।
इसी तारतम्य में सोमवार को महाविद्यालय के कक्ष क्र.नौ में ऑनलाइन संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का विषय था- ‘इमर्जिंग ट्रेंड्स इन साइंस एंड फ्यूचर प्रोस्पेक्टसÓ जिसके मुख्य वक्ता रक्षा व अनुसंधान संगठन (डीआरडीओ) के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. वीरेन्द्र वी. सिंह थे। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. अनूप श्रीवास्तव केे संगोष्ठी का विषय प्रवर्तन करने के बाद डॉ. वीरेन्द्र वी. सिंह ने शून्य ने रासायनिक युद्ध के आसन्न संकट और इस पर भारत की तैयारियों के संबंध में विस्तार से प्रकाश डाला। साथ ही नैनो तकनीक का प्रयोग करके जैव रासायनिक सेंसर, नेनो मशीनों के उपयोग से भारत की प्रगति में योगदान मिलने का भी उल्लेख किया। इसके बाद संगोष्ठी में महाविद्यालय के भौतिक शास्त्र विभाग के प्रो. सोमवीर ने भारत के सुप्रसिद्ध भौतिक विज्ञानी सीव्ही रमन के जीवन पर प्रकाश डालते हुए ‘रमन प्रभावÓ के बारे में भी अपनी महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। संगोष्ठी में एमजेएस तथा अन्य महाविद्यालय के कई प्राध्यापकों और विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भागीदारी की। कार्यक्रम का संचालन-समन्वय प्रो. ऋचा सक्सेना और प्रो. सोमवीर ने किया। संगोष्ठी में प्रो. ममता भदौरिया, प्रो. आभास अस्थाना, डॉ. प्रभा तिवारी, डॉ. विपिन कुमार, प्रो. अमृता पवैया, प्रो. राजेन्द्र राठौर, प्रो. नरेन्द्र जाट, प्रो. अभिषेक यादव, डॉ. जितेन्द्र विसरिया, डॉ. कमला, नरवरिया, डॉ. विनोद बिजोलिया इत्यादि की भागीदारी रही।