– मानव जीवन पर्यावरण व पशु पक्षियों में बना बीमारीया फैलने का खतरा
भिण्ड, 11 नवम्बर। औद्योगिक एवं नगर क्षेत्र मालनपुर में संचालित मार्वल जीडीसी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी आवारा पशु पक्षी पर्यावरण एवं मानव जीवन के लिए जान का खतरा बनी हुई है। खतरनाक दूषित हानिकारक रसायन कचरा बाहर खुले आवागमन वाली रोड किनारे ट्रैक्टर-ट्रालियों द्वारा फेंका जा रहा है, जो कि काफी अधिक मात्रा में दूषित है।
स्थानीय नागरिकों ने बताया कि मार्वल जीडीसी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में रबर प्लास्टिक मिक्स कर बिछाने वाली मार्वल रोल बनाने का कार्य करती है। उसमें कई प्रकार के निकलने वाला हानिकारक कचरा सड़कों किनारे डाला जा रहा हैं, जो कि काफी हानिकारक है। इस तरह के डले कचरे से आने जाने वालों को हानिकारक दुर्गंध को झेलना पड़ता है। इस प्रकार के प्रदूषण से वातावरण की हवा एवं पर्यावरण पशु पक्षी मानव जीवन के लिए अत्यधिक हानिकारक है।
कितना खतरनाक है यह केमिकल युक्त कचरा
जब हमने मौके पर जाकर देखा तो रोड किनारे हानिकारक दूषित अपशिष्ट कचरा खुले में डला था। इतने खतरनाक अपशिष्ट पदार्थ का पशु पक्षी वातावरण मानव जीवन पर बुरा असर पड़ेगा एवं कंपनी संचालक स्वास्थ्य संबंधी कई प्रकार की हानिकारक बीमारियों को निमंत्रण दे रहे हैं।
प्रदूषण विभाग की नाकामयाबी
उद्योग क्षेत्र मालनपुर में प्रदूषण विभाग के अधिकारियों की एक्टिविटी ना दिखाने के कारण कंपनियां अपनी मनमानी कर गंदगी व प्रदूषण फैला रही हैं। अधिकारी अपना कार्य अपनी ड्यूटी सही तरीके से निभाएं तो इस तरह का प्रदूषण कंपनियां कर ही नहीं पाएंगे।
क्या है नियम
जब फैक्ट्री शुरू की जाती है तो उसमें एटीपी प्लांट लगा होना चाहिए बिना ईटीपी प्लांट के प्रदूषण बोर्ड उस फैक्ट्री को एनओसी भी जारी नहीं करता। कंपनी को सख्त नियमों और दिशा निर्देशों का पालन करना चाहिए। प्रदूषण फैलाने वाली कंपनी जो को नियमित निगरानी और निरीक्षण किया जाना चाहिए।
इनका कहना है:
”इस तरह खुले में दूषित हानिकारक कचरा से मानव जीवन पर स्वास्थ्य संबंधी एवं पशुओं के लिए अत्यधिक हानिकारक है, जिससे दमा और श्वांस रोग, अन्य घातक बीमारियां का होने का खतरा है। पशुओं के लिए भी काफी हानिकारक और जानलेवा है।”
डॉ. मोहनीश तोमर, उप स्वास्थ्य केन्द्र मालनपुर”यदि किसी कंपनी द्वारा खुले में दूषित केमिकलयुक्त कचरा खुले में फिकवाया जा रहा है तो कर्मचारियों से जांच करवाकर उचित कार्रवाई हेतु प्रदूषण विभाग को लिखित में भेजेंगे।”
रियान अली, सीएमओ मालनपुर







