ग्वालियर, 07 मई। रासायनिक दुर्घटना के समय आपदा प्रबंधन की तैयारियों की मॉकड्रिल भी बुधवार को की गई। सुबह गोला का मन्दिर मुरैना रोड स्थित आईटीआई तिराहा पर कलेक्टर रुचिका चौहान एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह की मौजूदगी में इस मॉक ड्रिल को अंजाम दिया गया।
जिला सेनानी आरडी सिंह होमगार्ड ने बताया कि मॉकड्रिल में दिखाया कि आईटीआई तिराहा के समीप एक अमोनिया टैंकर और एक यात्री बस टकरा जाते हैं। यह सूचना जिले की समस्त आपदा प्रबंधन सक्षम टीमों को दी जाती है। रासायनिक दुर्घटना के समय आपदा के आकलन के लिए प्राधिकृत डीआईडीई की टीम के द्वारा घटना स्थल का निरीक्षण किया गया, जिसमें उनके द्वारा अमोनिया का रिसाव टैंकर से होना बताया गया। टीम द्वारा दी गई सलाह के अनुसार फायर ब्रिगेड की टीम को अमोनिया को टैंकर से घुलनशील किए जाने की कार्रवाई के लिए बुलाया गया। जिसमें फायर ऑफिसर उमंग प्रधान के नेतृत्व में दो फायर ब्रिगेड टीमों के द्वारा पानी के स्प्रे की कार्रवाई की गई, जिससे अमोनिया डायल्यूट हो गई।
उसके बाद पुन: डीआईडीई की टीम ने घटना स्थल का निरीक्षण कर आपदा प्रबंधन टीम को कार्य के लिए सिग्नल दिया। जिस पर एसडीईआरएफ जिला ग्वालियर प्लाटून कमांडर सौरभ सिंह भदौरिया के नेतृत्व में सर्च एंड रेस्क्यू की कार्रवाई कर टैंकर के ड्राइवर को फस्र्टएड पोस्ट तक भेजा गया। इसके उपरांत मेडिकल टीम द्वारा उसका निरीक्षण कर बिरला नगर अस्पताल रवाना किया गया। जिसमें एंबुलेंस के रास्ते के लिए ग्रीन कॉरिडोर का इस्तेमाल किया गया। इसके पश्चात एनडीआरएफ टीम द्वारा बस में फंसे हुए यात्रियों को फस्र्टएड पोस्ट एवं राहत कैम्प तक पहुंचाया गया। रेस्क्यू ऑपरेशन पूर्ण किया गया। मॉक ड्रिल में बीएसएफ, सीआईएसएफ, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड, मेडिकल बोर्ड, प्लाटून कमांडर पूजा परिहार, अजय सिंह सिकरवार एवं कौशल शर्मा, एएसआई हरिदास सेमिल एवं रंजीत सिंह हरसाना, हवलदार अनुदेशक संजय सिंह राजावत, हवलदार स्टोरमैन नरेश इटालिया शामिल रहे। ब्रिगेडियर रविन्द्र गुरुंग, सदस्य राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण गृह मंत्रालय भारत सरकार बृजेश जायसवाल, राज्य सलाहकार आपदा प्रबंधन, मप्र राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, गृह विभाग भोपाल सौरव सिंह, उप संचालक, मप्र राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण गृह विभाग भोपाल द्वारा मॉक ड्रिल कार्रवाई का निरीक्षण किया गया।