ग्वालियर, 07 मई। पाकिस्तान में भारतीय वायुसेना द्वारा की गई एयर स्ट्राइक के बाद ग्वालियर में मुस्लिम समुदाय ने खुशी का इजहार किया। शहर के महाराज बाडा पर मुस्लिम समुदाय के लोग तिरंगा लेकर एकत्र हुए। उन्होंने हिन्दुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए।
भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में आतंकियों के 9 ठिकानों पर हमला किया। इस कार्रवाई में लगभग 100 आतंकवादी मारे गए। वायुसेना ने जैश और लश्कर के ठिकानों को पूरी तरह नष्ट कर दिया। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कहा कि भारत ने सही समय पर कार्रवाई की है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई की सराहना की। समुदाय के लोगों ने कहा कि पुलवामा हमले का उचित जवाब दिया गया है। शहर वासियों ने सेना की कार्रवाई का समर्थन किया। उनका कहना है कि भारत से आतंकवाद को समाप्त करना जरूरी है। मुस्लिम समुदाय ने पाकिस्तान के खिलाफ और कडी कार्रवाई की मांग की।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद ग्वालियर एयरपोर्ट से सभी शहरों की उडानें रद्द
भारत द्वारा पाकिस्तान पर की गई एयर स्ट्राइक के बाद देश के विभिन्न बॉर्डर इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कडी कर दी गई है। इस कार्रवाई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया है। इस बीच ग्वालियर में सभी एयरफोर्स स्टेशन को अलर्ट मोड पर रहने के लिए कहा गया है। इसे लेकर ग्वालियर से उडने वाली सभी फ्लाइट्स को कैंसिल कर दिया गया है। दरअसल, राजमाता विजयाराजे सिंधिया सिविल एयरपोर्ट पर सभी उडानें रद्द कर दी गई हैं। मुंबई, दिल्ली सहित सभी शहरों की फ्लाइट को रद्द कर दिया गया है। फ्लाइट रद्द होने की जानकारी एयरपोर्ट डायरेक्टर ने दी है। उन्होंने बताया आज मप्र के 5 जिलों में मॉक ड्रिल है जिसमें ग्वालियर शहर का नाम भी शामिल है। इसके अलावा भारत में सुरक्षा कारणों के चलते देशभर के 9 प्रमुख हवाई अड्डों को अस्थाई रूप से बंद कर दिया गया है। जिन हवाई अड्डों को बंद किया गया है, उनमें जम्मू, श्रीनगर, लेह, जोधपुर, अमृतसर, भुज, जामनगर, चंडीगढ और राजकोट शामिल हैं। यह निर्णय ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद उत्पन्न हुई सुरक्षा परिस्थितियों और संभावित जवाबी खतरों के मद्देनज़र लिया गया है। सभी प्रभावित हवाई अड्डे 10 मई की सुबह 5:30 बजे तक बंद रहेंगे। इन हवाई अड्डों पर सुरक्षा व्यवस्था को और कडा कर दिया गया है। भारतीय वायु सेना और अन्य सुरक्षा एजेंसियों की तैनाती बढा दी गई है। पूरे देश में सतर्कता के आदेश जारी कर दिए गए हैं और इंटेलिजेंस एजेंसियां स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।