भिण्ड, 05 फरवरी। मेडिटेशन गुरू उपाध्याय विहसंत सागर महाराज एवं मुनि विश्वसाम्य सागर महाराज के ससंग सानिध्य में निराला रंग विहार कुण्ड ग्राम में भगवान महावीर स्वामी 24 जिनविंब पंचकल्याणक प्रतिष्ठा गजरथ महोत्सव के अंतिम दिन भगवान महावीर स्वामी को मोक्ष की प्राप्ति हुई। दोपहर भगवान महावीर स्वामी को रथ पर बिठाकर दो हाथी रथ को खींचते हुए कार्यक्रम स्थल की पांच परिक्रमा बैंड बाजों के साथ लगाई गई।
इस अवसर पर मेडिटेशन गुरु उपाध्याय विहसंत सागर महाराज ने कहा कि मेरे इस जीवन का 50वां पंचकल्याणक बरासों का सानंद संपन्न हुआ है, जिसमें 56 प्रतिमाओं को सूर्य मंत्र देकर प्रतिष्ठित किया। मेरे समाधिस्थ गुरु गणाचार्य विराग सागर महाराज का स्वप्न पूरा हुआ है, जिसमें आज सुबह भगवान महावीर स्वामी को मोक्ष की प्राप्ति हुई, जिसमें उनका शरीर कपूर की भांति उड गया। दोपहर में गजरथ की फेरी के साथ यह पंचकल्याणक धूमधाम के साथ संपन्न हुआ।