सूर्या रोशनी लाइटिंग में अब बनाए जाएंगे घरेलू सौंदर्यीकरण के लिए उपकरण

भिण्ड, 28 दिसम्बर। उद्योगिक क्षेत्र मानलपुर की सूर्या रोशनी कंपनी ने घरेलू और सजावटी लाइटिंग रेंज का भी निर्माण करना जाकर आत्याधुनिक रेंज पेश की।
सूर्या रोशनी के जनरल मैनेजर मुकुल चतुर्वेदी ने जानकारी देते हुए बताया कि कंपनी ने त्यौहारों सीजन के लिए खास डिजाइन के प्रोडक्ट्स बडी रेंज में पिछले 50 वर्षों से निर्माण करती चली आ रही है, जिसमें उपभोक्ताओं के घरों में सुंदर सजावट के साथ-साथ बिजली की बचत भी हो होगी, इसकी शानदार मिसाल प्लाटिंग एलईडी बल्ब जिसकी लाइफ 25 हजार घण्टे, इसकी साथ सुंदर सजावट के लिए स्ट्रीप लाइट सिलम ड्रीम और रेनबो डाउन लाइटर व बाहरी सजावट के लिए जगमग स्टडाइंग लाइट, इस पर सिटिंग लाइट आदि शामिल है।
इस अवसर पर सूर्या ने प्लांट के सीओओ और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स बसुमित पाण्डे ने जानकारी देते हुए बताया कि सूर्या के प्रयासों समर्पण भाव और नवाचार से लाइटिंग की इन्नोवेटिव रेंज को जीवित कर दिखाया है, आगामी सीजन उत्सवमय होगा, ऐसी पूरी टीम से सहराहना करता हूं, सूर्या रोशनी सरकार की पीएलआई योजना के अनुरूप अपने टेक्नोलॉजी लैब और उत्पादन केन्द्रों में 25 करोड का भारी निवेश कर रही है। इस रणनीतिक कदम से आयात रोकने के साथ आत्म निर्भरता बढाने का लक्ष्य भी पूरा होगा।
ज्ञात रहे सूर्य रोशनी वर्ष 1973 में गठन के बाद से ही नियंत्रण विकास करते हुए लाइटिंग और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स का भरोसा बंद संगठन बन गई है। स्टील पाइप और स्ट्रिप का कारोबार में अपने पैर जमा लिए 1973 में स्ट्रिप निर्माण के साथ सुरक्षा करने के बाद कंपनी 1984 में लाइटिंग 2010 में पीवीसी पाइप और 2014 में घरेलू उपकरण जैसे की पंखा प्रेस आदि का निर्माण और घरेलू उपकरणों जैसे उपभोक्ता वस्तुओं में कदम रखते हुए कारोबार में विविधता देने में सफल रही भारत में करने वाली ईआडब्ल्यू पाइप का सबसे बडा निर्माण है। 2018 में 3 पीएलई कोटिग प्लांट अप्रैल 2022 में डायरेक्टर फार्मिंग टेक्नोलॉजी डीसीआई लागू करने के साथ-साथ कंपनी व्यवसाय मजबूत कर रहा है। सूर्या चारों दशकों से अधिक समय से मजबूती से टिकी हुई है। सूर्या आठ हजार करोड रुपए आमदनी के साथ मजबूती से निर्मात करने वाली कंपनी बनी है।