भिण्ड, 24 नवम्बर। गोहद विधानसभा चुनाव में 15 प्रत्याशी मैदान में हैं। यहां 276 मतदान केन्द्रों पर एक लाख 76 हजार मतदाताओं ने अपने मत का प्रयोग किया। यहां मुख्य मुकाबला भाजपा प्रत्याशी लालसिंह आर्य, कांग्रेस प्रत्याशी केशव देसाई के बीच है। दोनों प्रत्याशी अपनी-अपनी जीत का दावा पेश कर रहे हैं। बाजार चौराहा, पान की दुकान, चाय की दुकान राजनैतिक चर्चा का मुख्य केन्द्र बन गए हैं।
भाजपा प्रत्याशी लालसिंह आर्य जीत का दावा करते हुए कहते हैं कि हमें जनता पर पूर्ण भरोसा है, मेरा पूर्व कार्यकाल व उस कार्यकाल में हुए विकास कार्य जनता के सामने हैं, उसके साथ ही प्रदेश की शिवराज सरकार द्वारा प्रदेश में किया विकास, साथ ही आत्मनिर्भर बनाने हेतु संचालित जनकल्याणकारी योजनाएं, जिसमे लाडली बहना योजना ने प्रदेश सरकार के प्रति बहनों ने बढ़-चढक़र मतदान किया। साथ ही दीपावली के अवसर पर अन्य प्रदेशों में निवासरत लोगों का घर वापस आना, इसके साथ ही प्रदेश सरकार द्वारा अम्बेडकर नगर महू में भीमराव अम्बेडकर स्मारक एवं सागर में संत शिरोमणि रविदास जी महाराज की प्रतिमा स्थापित करने से अनुसूचित जाति का रुझान भाजपा के प्रति बढ़ा है और इस बार अनुसूचित जाति ने भाजपा के लिए बढ़-चढक़र मतदान किया किया है।
वहीं बताया जाता है कि विधायक मेवाराम जाटव का टिकट कटने से गोले (जाटव) कांग्रेस पार्टी से नाराज थे, जिसका फायदा भाजपा को पहुंचा है। साथ ही गोहद की जनता ने सन 2018 विधानसभा चुनाव एवं 2020 में हुए उपचुनाव में कांग्रेस पर भरोसा किया, लेकिन उसका भरोसा चकनाचूर हो गया। कांग्रेस विधायक विपक्ष का रोना रोकर जनता को संकट की घडी में अपने हाल पर छोडकर ग्वालियर निवास करने लगे। वहीं कांग्रेस प्रत्याशी केशव देसाई का कहना है कि मेरा चुनाव तो मेरी जनता द्वारा लडा गया। 20 वर्ष के भाजपा के कुशासन से तंग आकर जनता ने बदलाव का मन बना लिया था और यही बदलाव लहर बन गया। हर मतदाता की जुबान पर कांग्रेस का नाम था। मैं तो विधानसभा के प्रत्येक गांव तक नहीं पहुंच सका, लेकिन मेरी पार्टी का झण्डा व चुनाव चिन्ह हाथ का पंजा हर गांव में था, मुझे जनता का भरपूर आशीर्वाद मिला है।
गोहद विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी एवं अनुसूचित जाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालसिंह आर्य जनता की दहलीज पर दस्तक देने के बाद ईश्वर की शरणी में हैं, इस नाते पार्टी नेतृत्व के निर्देश पर राजस्थान चुनाव में प्रचार में थे और वापस आकर गोहद के विख्यात खनेता धाम पहुंच कर रघुनाथजी के दर्शन कर महामण्डलेश्वर रामभूषण दासजी की चरण वंदना कर आशीर्वाद लिया और जीत की कामना की। वहीं जीत की कामना को लेकर कांग्रेस प्रत्याशी केशव देसाई बृन्दावन में 84 कोस की परिक्रमा कर ईश्वर का आशीर्वाद प्राप्त करने गए हैं। बहरहाल गोहद में कयासों का दौर जारी है, हर किसी के पास अपना समीकरण है, लेकिन वास्तविक परिणाम तीन दिसंबर को ही प्राप्त होगा।