पांच अप्रैल को दिल्ली किसान, मजदूर रैली के लिए तैयारी शुरू

भिण्ड, 25 मार्च। बीते साल दिल्ली में चले किसान आंदोलन में फसलों पर एमएसपी देने, विद्युत अधिनियम 2020 वापस लेने, सभी किसानों की कर्जा मुक्ति, 60 वर्ष से ऊपर के सभी किसानों को छह हजार रुपए मासिक पेंशन, सभी कामगारों को 26 हजार रुपए न्यूनतम वेतन देने, लागू की गई श्रम संहिता वापस लेने, आवश्यक वस्तुओं से जीएसटी वापस लेने, किसान उपयोगी चीजों पर सब्सिडी देने सहित तमाम किसान हित की मागें उठाई गई थीं। मगर मोदी सरकार द्वारा की गई वादाखिलाफी से आक्रोशित किसान संगठन अखिल भारतीय किसान सभा, सीटू, खेतिहर मजदूर यूनियन के साथ मिलकर पांच अप्रैल को दिल्ली की संसद पर विशाल रैली कर रही है। जिला भिण्ड में मप्र किसान सभा, खेतिहर मजदूर यूनियन तथा सीटू ने मिलकर पांच अप्रैल दिल्ली रैली की तैयारियां शुरू कर दी है।
मप्र किसान सभा जिला अध्यक्ष एवं राज्य उपाध्यक्ष प्रेम नारायण माहौर ने गांव-गांव किसान सभा पदाधिकारियों को भेजकर पांच अप्रैल दिल्ली रैली की तैयारियां शुरू करने का आग्रह किया है। इसी कड़ी में 27 मार्च को मालनपुर में कार्यकर्ताओं की बैठक रखी गई है, इस बैठक के माध्यम से कार्यकर्ताओं से दिल्ली चलने का आह्वान किया जाएगा।
किसान नेता प्रेम नारायण माहौर ने बताया कि सभी पदाधिकारी अपने अपने प्रभार वाले जॉन में किसानों की बैठक लेंगे एवं गांव-गांव में किसानों को पर्चा वितरण करेंगे, दीवार लेखन से लेकर पोस्टर लगाए जाकर दिल्ली रैली में अधिकाधिक किसान मजदूरों को शामिल किए जाने हेतु बनाई गई योजना पर अमल की कार्रवाई शुरू करेंगे। मालनपुर में वीरेन्द्र सिंह कुशवाह, मौ में श्यामबाबू शाक्य, भिण्ड में रामजीलाल शाक्य, मेहगांव में राधाकृष्ण शाक्य, किसान सभा जिला पदाधिकारियों में नारायण शर्मा, मुन्नालाल कुशवाह, राजेन्द्र सिंह कुशवाह, ओमप्रकाश बाथम के अलावा योगेन्द्र माहौर, ग्यादीन कुशवाह, गंगाप्रसाद माहौर इत्यादि ने पांच अप्रैल दिल्ली रैली को सफल बनाने की अपील की है।