नेता प्रतिपक्ष के साथ गृहमंत्री का व्यवहार संसदीय इतिहास का काला दिन
भिण्ड, 03 मार्च। भाजपा सरकार अब हिटलर शाही पर उतर आई है, जनता के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विधानसभा में चर्चा के दौरान पहले गैर अलोकतांत्रिक रूप से कांग्रेस पार्टी के पूर्व मंत्री एवं विधायक जीतू पटवारी को बजट सत्र से निलंबन करना मप्र की जनता की आवाज को दबाने का प्रयास कर रही है। ये आरोप कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता डॉ. अनिल भारद्वाज ने प्रेस के माध्यम से लगाए।
डॉ. भारद्वाज ने कहा कि भाजपा आग से खेल रही हैं, पटवारी मप्र के युवाओं की आवाज है, अगर उन्होंने विधानसभा में युवाओं को बजट में रोजगार हेतु किसी प्रावधान न रखने की आवाज को उठाया तो सरकार के आदेश पर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम कठपुतली की तरह उनका निलंबन का आदेश निकल दिया। ये उन्होंने संसदीय मर्यादाओं का गला घोटने का कार्य किया है।
नरोत्तम मिश्रा का निलंबन क्यों नहीं?
कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता डॉ. अनिल भारद्वाज ने प्रदेश के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा पर तीखा हमला करते हुए कहा कि गृहमंत्री का व्यव्हार नेता प्रतिपक्ष के प्रति निंदनीय है, ये आज प्रदेश विधानसभा का काला दिवस है। अपराधियों की तरह असेंबली में व्यवहार उनके गुण्डागर्दी वाले चरित्र को प्रमाणित करता है, विधानसभा अध्यक्ष को शायद ये घटना दिखाई नहीं दी हो या फिर सारे नियम कायदे विपक्ष के लिए ही बनाए गए हो। भारद्वाज ने विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम को निष्पक्ष कार्रवाई के लिए उन्हें आंखों से मास्क हटाने की सलाह भी दी है। उन्होंने दोनों ही घटना की घोर निंदा करते हुए भाजपा सरकार से कांग्रेस नेताओं से सार्वजनिक माफी मांगने की मांग की है और जीतू पटवारी के निलंबन को वापिस करने की भी मांग की है। साथ ही गृह मंत्री से अमर्यादित व्यवहार के लिए नैतिकता के आधार पर इस्तीफा मांगा है।