सहकारिता मंत्री ने तीन पंचायतों में विभिन्न कार्यों का किया लोकार्पण, शिलान्यास, भूमिपूजन किया
भिण्ड 16 दिसम्बर। सहकारिता एवं लोकसेवा प्रबंधन मंत्री डॉ. अरविन्द सिंह भदौरिया ने जिले के अटेर विकास खण्ड की तीन ग्राम पंचायतों में लगभग 62.58 लाख के विभिन्न निर्माण कार्यों का लोकार्पण, शिलान्यास, भूमिपूजन किया।
इनमें अटेर क्षेत्र के ग्राम सपाड़ में 8.91 लाख के विकास कार्यों का भूमिपूजन किया, जिसमें 2.28 लाख की लागत से नाली निर्माण का भूमिपूजन, 6.63 लाख की लागत से नवीन तालाब निर्माण का भूमिपूजन किया। इसी प्रकार ग्राम समन्ना में 16.26 लाख के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया, जिसमें 6.26 लाख की लागत से सीसी रोड निर्माण कार्य का लोकार्पण, 10 लाख की लागत से नवीन तालाब निर्माण का भूमिपूजन किया। इसी प्रकार ग्राम चाचर में 37.41 लाख के विकास कार्यों का शिलान्यास किया, जिसमें 14.90 लाख की लागत से शांतिधाम निर्माण कार्य का शिलान्यास, 14.42 लाख की लागत से कब्रिस्तान निर्माण कार्य का शिलान्यास, 4.09 लाख की लागत से सीसी रोड निर्माण कार्य का शिलान्यास, चार लाख की लागत से पुलिया निर्माण कार्य का शिलान्यास शामिल हैं। इस दौरान अधिकारी, जनप्रतिनिधि एवं ग्रामीणजन उपस्थित थे।
सहकारिता एवं लोकसेवा प्रबंधन मंत्री डॉ. अरविन्द सिंह भदौरिया ने कहा कि प्रदेश सरकार गरीबों के हित में निरंतर प्रयासरत है, उनके लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं। गरीब को रोटी, मकान, दवाई, पढ़ाई और रोजगार देने का काम तेजी से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लाड़ली लक्ष्मी योजना से समाज में बालिकाओं के प्रति सोच में बहुत बदलाव आया है। अब लोग बालक-बालिका में भेद नहीं करते। अब बेटी को बोझ नहीं समझा जाता बल्कि बेटी के जन्म की खुशियां मनाई जाती हैं। बेटियां शिक्षित होगीं तो पूरा समाज शिक्षित होगा। बेटी पढ़ेगी तो परिवार भी पढ़ेगा और आगे बढ़ेगा।
मंत्री डॉ. भदौरिया ने कहा कि प्रदेश में मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के दौरान जगह-जगह शिविर लगाकर आमजन को सरकार की जनहितैषी योजनाओं का लाभ दिलाया जा रहा है। गरीबों एवं असहाय लोगों के लिए काम करना सबसे बड़ा पुण्य का काम है। मुख्यमंत्री जन सेवा अभियान आमजन की जिंदगी बदलने का अभियान है। इन सभी योजनाओं का लाभ सभी पात्र व्यक्तियों को मिले इसलिए यह अभियान निरंतर चलता रहेगा। जिससे शासन की योजनाओं का लाभ प्राप्त करने से कोई भी पात्र व्यक्ति वंचित ना रह जाए।
सहकारिता मंत्री ने कहा कि अनाज के लिए कृषि सबसे जरूरी है, और कृषि के लिए सिंचाई, खेतों में सिंचाई के लिए काफी पानी की जरूरत होती है। ठीक तरह से सिंचाई न होने पर फसलें खराब हो जाती हैं। हर किसान का सपना होता है कि उसके खेत में सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी हो, जो अब पूरा होने जा रहा है। लंबे समय के इंतजार के बाद कनेरा सिंचाई परियोजना को पर्यावरण मंत्रालय से अनुमति मिल गई है। इस अनुमति के बाद अब अटेर क्षेत्र के किसानों के लिए कनेरा सिंचाई परियोजना का कार्य शीघ्र ही प्रारंभ होगा। लगभग 125 करोड़ रुपये की लागत की इस योजना के बाद अटेर क्षेत्र का एक भी खेत चंबल के पानी से वंचित नहीं रहेगा। इसके तहत अटेर क्षेत्र की लगभग 15 हजार हैक्टेयर कृषि भूमि सिंचित होगी, साथ ही वृहद स्तर पर किसानों को लाभ होगा, फसल उत्पादन में वृद्धि होगी।