भिण्ड, 01 दिसम्बर। शा. उत्कृष्ट विद्यालय क्र.एक भिण्ड की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा विश्व एड्स दिवस कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें छात्रों को एड्स विषय पर विशेषज्ञों ने जानकारी दी।
जिला एड्स नियंत्रण समिति भिण्ड के नोडल अधिकारी डॉ. असनदीप शाक्य ने एचआईवी एड्स के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि एड्स फैलने के तीन प्रमुख कारण हैं- असुरक्षित यौन संबंध, एड्स ग्रस्त व्यक्ति से रक्त लेना या अंगों का प्रत्यारोपण और एचआईवी ग्रसित गर्भस्थ मां से शिशु में संक्रमण द्वारा। एड्स छूने, हाथ मिलाने या साथ खाना खाने से नहीं फैलता।
एनएसएस अधिकारी डॉ. धीरज सिंह गुर्जर ने कहा कि आधुनिक पाश्चात्य जीवन शैली एड्स को अधिक बढ़ावा दे रही है, जहां रिश्तों-संबंधों की पवित्रता पर कोई ध्यान नहीं दिया जाता। भारतीय संस्कृति में एक नारी व्रत के साथ जीवन भर ईमानदारी और वफादारी के साथ प्रेमपूर्वक जीवन निर्वाह किया जाता है। एड्स जैसा संक्रमण विदेशों से ही अपने यहां आया है, जिसमें आज का युवा वर्ग भी बुरी तरह संलिप्त होता जा रहा है। एड्स ला इलाज महामारी है, एड्स की जानकारी ही इसका इलाज और बचाव है। एड्स के प्रति सामाजिक जागरुकता की जरूरत है। एड्स से पीडि़त व्यक्ति के प्रति हम सहानुभूतिपूर्ण बर्ताव करें, उसे हेय या घृणा की दृष्टि से न देखें, तभी वह समाज की मुख्य धारा से जुड़कर अपना जीवन निर्वाह कर सकता है।
कार्यक्रम के अंत में उत्कृष्ट विद्यालय से जिला चिकित्सालय, खण्डा रोड, परेड चौराहे से वापस विद्यालय तक जनजागरुकता रैली निकाली गई। जिसमें छात्र एड्स के संदेश लिखी तख्तियां लेकर चलते हुए नारे लगा रहे थे ‘एड्स को मिटाना है- हम सबने ये ठाना है, एड्स का विरोध- बस एक निरोधÓ। कार्यक्रम के दौरान व्याख्याता आरबी शर्मा, संजीव सिंह कुशवाह, एसएस भदौरिया, आनंद द्विवेदी, डीडी दीक्षित, मनोज कुशवाह, भारती परिहार, भूपेन्द्र कुशवाह, धीरज सिंह गुर्जर और जिला एड्स नियंत्रण समिति भिण्ड की टीम डॉ. एडी शाक्य, ईशा पाराशर, जितेन्द्र शर्मा, बृजेश मुद्गल एवं शैलेन्द्र सिंह परिहार उपस्थित रहे।







