भिण्ड, 24 अगस्त। मिनिस्टरी और जल शक्ति द्वारा भारत में जल संचयन प्रबंधन को बढ़ावा देने के लिए वाटर हीरो अवार्ड दिया जाता है। जुलाई माह का वाटर हीरो अवार्ड चंबल क्षेत्रा में काम कर रहे मनीष राजपूत को दिया गया। उन्होने वैष्णवी नदी के पुर्नजीवन में अहम महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, वह वहां लोगों को संबोधित करके और पदयात्राओं के माध्यम से नदी के प्रति समाज को जोडऩे की दिशा में अग्रसर हैं। प्रधानमंत्राी के विजन के अनुसार जल संचयन एवं प्रबंधन से समाज को जोडऩे के लिए किए जा रहे प्रयासों की दिशा मेें मनीष राजपूत ने अपना प्रयास आगे बढ़ाया, इसी प्रयेक्ष में उन्हें जुलाई महीने का वाटर हीरो अवार्ड मिला, इस अवार्ड में भारत सरकार द्वारा प्रशंसा पत्रा एवं दस हजार रुपए की नगद धनराशि वाटर हीरो को प्रदान की जाती है।
श्री राजपूत पिछले डेढ़ दशक से चंबल क्षेत्रा गरीब आदिवासियों वंचितों के अधिकारों को लेकर सक्रिय हैं, वह अपने सामाजिक जीवन में गांधी विचार धारा को लेकर आगे बढ़ रहे हैं। उन्होनें अपने काम में सुब्बाराव जी तिवारी चिंतक के छत्रछाया में अपने सामाजिक जीवन की शुरुआत की थी और उसी पर निरंतर आगे बढ़ रहे हैं, उनके द्वारा वर्तमान में मप्र में जल संचयन जोडऩे का विशेष अभियान चलाया जा रहा है। अटल भूजल योजना के माध्यम से समाज के सभी वर्गों को भूजल धर्म की प्रक्रिया में लगाने के काम में अग्रसर हैं बुंदेलखण्ड क्षेत्रा में भी राजपूत विशेष सक्रिय हैं, जिनके द्वारा दमोह के पथरिया ब्लॉक में प्रंसन्नीय कार्य किया गया है। इसी सब कामों को देखते हुए मिनिस्टरी एवं जल शक्ति के द्वारा पुन: यह सम्मान दिया गया। सम्मान को पाकर राजपूत कहते हैं कि वह ग्वालियर चंबल और बुंदेलखण्ड दोनों इलाकों में जल संचयन के क्षेत्रा में संभव प्रयास करेंगे।
मनीष राजपूत ने राष्ट्रीय एकता युवा शिविर में भाग लिया था। उन्होंने जल, जंगल और भूमि पर क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर के अभियानों का नेतृत्व किया। सार्वजनिक प्रेरणा, भूमि अधिकार अभियान पर सार्वजनिक वकालत, जन आंदोलन 2018, कराहल क्षेत्र में जल अधिकार अभियान, 2013-16 में, अयोध्या 2016-18 के बीच, पैदल मार्च, सेमिनार आदि के आयोजन/ भाग लेने में शामिल हैं। 2019 में उन्होंने जल और नदी कायाकल्प का अधिकार सम्मेलन में भाग लिया। वे 2019 में जल जन जोड़ो अभियान में मध्य प्रदेश इकाई के समन्वयक हैं।