मौ में प्रतिभा सम्मान समारोह आयोजित, प्रथम आने वाले छात्र-छात्राओं का किया गया सम्मान
भिण्ड, 07 अगस्त। अपनी सफलताओं का श्रेय अपने से बड़ों को दें, असफलताओं का श्रेय स्वयं ले ऐसा करने से आपके अंदर अहंकार पैदा नहीं होगा। जिनका व्यवहार शालीनता से भरा होता है, वह शत्रु को भी अपना मित्र बना लेता है। उपलब्धियों का उत्सव तो मनाया जाना चाहिए, मगर अहंकार नहीं पालना चाहिए, जो लोग अपनी उपलब्धियों पर अकड़ कर चलते हैं वह एक दिन समाप्त हो जाते हैं। यह बात कार्यक्रम के मुख्य वक्ता मध्यभारत प्रांत के समरसता प्रमुख हरिशचन्द्र शर्मा ने कैलाशवासी पं. दाताराम भारद्वाज शास्त्री की नौवी पुण्य स्मृति पर मौ नगर के सरस्वती शिशु मन्दिर के प्रांगण में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए कही।
शर्मा ने कहा कि जो लोग आत्म विश्वास से भरे होते हैं, उनके हर सपने पूरे होते हैंं। उन्होंने कहा कि आज देश का अधिकांश युवा आत्मविश्वास से रिक्त है, वह कामयाब तो होना चाहता है, लेकिन काबिल नहीं बनना चाहता, सफलता के पीछे भागने से सफलता प्राप्त नहीं होती है, काबिल बनने से कामयाबी चरणों मे आकर नतमस्तक हो जाती है। उन्होंने कहा कि इतिहास बनाने वाले स्वर्ग से नहीं आए, उन्होंने भी मां के गर्भ से जन्म लिया और हम सबने भी इसीलिए कभी हिम्मत नहीं हारनी चाहिए।
कार्यक्रम में जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के पूर्व अध्यक्ष केपी सिंह भदौरिया ने पं. दाताराम शास्त्री को संत की उपमा दी और कहा कि आज हम जिस सरस्वती शिशु मन्दिर के प्रांगण में पूज्यपाद ग्रहस्त संत कैलाशवासी दाताराम शास्त्री की पुण्यतिथि के निमित्त यहां एकत्रित हुए हैं, इस विद्या के मन्दिर की स्थापना का पूरा श्रेय शास्त्री जी को जाता है, उन्होंने लोगों को जीवन जीने का पथ पदर्शित किया था, समाज हमेशा शास्त्री जी का ऋणी रहेगा।
ग्वालियर अचलेश्वर न्यास के अध्यक्ष महेश मुदगल ने कहा कि कैलासवासी पं. दाताराम शास्त्री के पुण्य प्रताप की वजह से ही आज उनके सुयोग्य पुत्र अशोक भारद्वाज का एक ही सपना है कि धन के अभाव में किसी भी प्रतिभा का दमन न हो, हर प्रतिभाशाली को आगे बढ़ाने के लिए वह संपूर्ण अवसर प्रदान करते हैं। जिससे आगे बढ़कर प्रत्येक प्रतिभाशाली अपने साथ-साथ अपने क्षेत्र का नाम रोशन कर सके।
कार्यक्रम में मौजूद वरिष्ठ समाजसेवी अशोक भारद्वाज ने कहा कि अच्छे फलवार की खुशबू केवल उसी दिशा में फैलती है, जिधर हवा का रुख होता है। पर इंसान के अच्छे नेचर की खुशबू चारों दिशाओं में फैलती है, हमारा व्यवहार हमारे व्यक्तित्व, स्वभाव, चरित्र और कुल का परिचायक है। इसे अच्छा बनाने के लिए अपने व्यवहार को श्रेष्ठ बनाने की आवश्यकता है। इसीलिए हमेशा ऐसा व्यवहार करना चाहिए जो हम दुनिया के दिल से न उतरे, अपितु दिल में उतर जाए। उन्होंने कहा कि खुले दिमाग के मालिक बनो, खाली दिमाग न रहने दो, खाली दिमाग शैतान का घर होता है, वहीं खुला दिमाग भगवान का मन्दिर होता है। यह मेरे पूज्य पिताजी का ही आशीर्वाद है कि इन प्रतिभाशाली छात्र-छात्राओं का मुझे सम्मान करने का सौभाग्य मिला है।
मौ मण्डी के पूर्व अध्यक्ष सज्जन सिंह यादव ने कहा कि मेरा यहां बैठे छात्र-छात्राओं से कहना है कि वे एक अच्छा इंसान बनते हुए समाज में अच्छे काम करें, अपने माता-पिता का नाम रोशन करें एवं कैलासवासी पं. दाताराम शास्त्री द्वारा बताए हुए मार्ग पर चलकर हम सभी को समाज हित में काम करना चाहिए।
विद्यालय के 186 भैया बहिनों को बांटे स्कूल बैग, लंच बॉक्स
मौ नगर के सरस्वती शिशु मन्दिर के 186 भैया-बहिनों को समाजसेवी अशोक भारद्वाज की ओर से स्कूल बैग, लंच बॉक्स, पानी की बोतल वितरित किए गए। साथ ही 12वीं कक्षा की टॉपर ग्लोवल स्कूल की छात्रा काजल यादव व हाईस्कूल की टॉपर छात्र रोशनी यादव को लैपटॉप प्रदान किए गए। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्वलित कर की गई। कार्यक्रम का सफल संचालन आचार्य रणविजय सिंह यादव ने किया।
कार्यक्रम में बरहद सरपंच प्रभात किशोर दुबे, मण्डल अध्यक्ष गजेन्द्र भदौरिया, शिवकुमार राठौर, अभियंता जल संसाधन विभाग एनपी कोरी, अजय शर्मा, देव चौधरी, कमलेश कटारे, आशीष लवानिया, मुकेश भारद्वाज, महेश श्रोती, श्यामसुंदर कटारे के अलावा सरस्वती शिशु मन्दिर के सभी आचार्य मौजूद थे।