अवैध शराब पर नहीं लग पा रही लगाम

खानापूर्ति कर लौट जाते आबकारी विभाग के अफसर

भिण्ड, 31 दिसम्बर। मेहगांव सहित ग्रामीण क्षेत्रों में धड़ल्ले से अवैध शराब बेची जा रही है, हालांकि इसकी जानकारी आबकारी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को भी है। लेकिन विभागीय अफसरों द्वारा महज छोटी मोटी कार्रवाई करके खानापूर्ति कर ली जाती है। वहीं सार्वजनिक स्थानों पर भी शराब का सेवन करने वालों के विरुद्ध भी कोई कार्रवाई नहीं हो पाने से नागरिकों को अच्छी-खासी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। मेहगांव-भिण्ड तिराहे पर शराब के ठेके से शराब की बोतल लेकर लोगों ने कृषि उपज मण्डी को ही शराब का अड्डा बना डाला। वहीं शराब दुकान से ही सांठ-गांठ कर ऊंची कीमत वसूल कर अवैध शराब बेचने का काम क्षेत्र में लगातार किया जा रहा है।
मेहगांव क्षेत्र में संचालित शराब की दुकानों पर रेट से अधिक दाम वसूल कर लोगों को शराब बेची जा रही है। जब कुछ लोग इसका विरोध करते हैं, तो दुकानदार द्वारा विवाद शुरू कर दिया जाता है। कई बार लोग आबकारी विभाग के अधिकारियों से भी शिकायत की जा चुकी है, इसके बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। आखिरकार शराब माफिया पर इतना मेहरबान क्यों है आबकारी विभाग।

गोरमी पुलिस की छापेमारी में आबकारी विभाग भी शक के दायरे में

मेहगांव विधानसभा के गोरमी थाने द्वारा लाखों रुपए की शराब पकड़ी गई और बड़ी कार्रवाई संपन्न हुई। लेकिन इतने बड़े शराब के कारोबार व लाखों रुपए की फर्जी जहरीली शराब बनाने वालों की खबर आबकारी विभाग के कानों तक नहीं पहुंचती है। ऐसे में यही माना जा सकता है कि आबकारी विभाग की सांठ-गांठ के चलते कानों में रुई लगाकर बैठा है आबकारी विभाग।

मेहगांव में अधिक रात तक खुले रहते हैं शराब के ठेके

मेहगांव अंग्रेजी एवं देशी शराब के ठेके सुबह छह बजे से शुरू होकर रात को 12 बजे तक संचालित हो रहे है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शराब के ठेकेदार चौहान की भी आबकारी विभाग के साथ सांठ-गांठ से दिन रात धड़ल्ले से गाँव मे शराब की सप्लाई चल रही है।