नहर फूटने से 50 बीघा जमीन की फसल बर्वाद

साफ-सफाई किए बिना ही छोड़ दिया पानी, कचरे की वजह से रुका पानी का बहाव, ओवरफ्लो होकर फूटी नहर

भिण्ड, 15 नवम्बर। जिले के अटेर क्षेत्र की साल भर से सूखी पड़ी अटेर की ओर से निबुआ की चौकी की ओर आने वाली चम्बल केनाल नहर में बिना साफ-सफाई किए अचानक पानी छोड़ दिया गया। कचरे की बजह से पानी का बहाव रुक गया और ओवरफ्लो होकर नहर फूट गई। जिससे ग्राम पंचायत गढ़ा के ग्राम बड़ेरी के किसानों की करीब 50 बीघा फसल डूब में आ जाने से नष्ट हो गई।
इन दिनों खेतों में बाजरे की कटाई का काम चल रहा है। दूसरी ओर सरसों की बोबनी हो जाने के बाद खेतों में सरसों उगी खड़ी हुई है। उधर विगत एक साल से सूखी पड़ी नहर में काफी कचरा जमा हो गया साथ ही अनचाहे पेड़ भी उसके अंदर उग आए थे। पानी छोड़े जाने से पूर्व उसकी सफाई किया जाना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं करने के पहले ही नहर में पानी छोड़ दिया गया। नहर की साफ-सफाई किए जाने से पूर्व ही पानी छोड़े जाने का खामियाजा ग्राम पंचायत गढ़ा के ग्राम बड़ेरी के किसानों को भुगतना पड़ा। रविवार-सोमवार की दरम्यानी रात पानी आया और झाड़-झंकाड़ बड़ेरी के पुरा के सामने नहर पर बनी पुलिया के बीच फंस जाने से पानी का बहाव रुक गया और पुलिया से कुछ पहले ही नहर फूट गई। नहर का पानी खेतों में भर गया, जिससे वहां के किसानों की खेतों में खड़ी सरसों की फसल डूब गई और कटा हुआ बाजरा जो खेतों से अभी उठा भी नहीं था पानी में डूब जाने से सडऩे की कगार पर आ गया है। हालांकि सोमवार को सुबह सिंचाई विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और जेसीबी मशीन द्वारा नहर का निकलने वाला पानी रोक दिया गया है, लेकिन नुकसान की भरपाई कैसे होगी यह तो जिला प्रशासन के अधिकारी ही जानें।

नहर फूटने से खेतों में भरा पानी

50 बीघा की फसल बर्वाद

बिना सफाई किए नहर में पानी छोड़े जाने से सिंचाई विभाग की इस लापरवाही के चलते नहर फूट जाने से ग्राम बड़ेरी के किसानों के खेत में नहर का पानी भर जाने से सरसों एवं बाजरा की करीब 50 बीघा की फसल बर्वाद होना बताया जा रहा है। इससे बड़ेरी के किसानों में काफी आक्रोष है।

यह किसान हुए प्रभावित

नहर फूटने से बड़ेरी के किसानों की करीब 50 बीघा सरसों की खड़ी एवं बाजरा की कटी फसल नष्ट हो गई है। प्रभावित किसानों में राधेश्याम बौहरे, संजीव बौहरे, विनोद प्रसाद बौहरे, रमेश बौहरे, जगन्नाथ सिंह भदौरिया, सुरेन्द्र बघेल, बृजकिशोर करैया, नीलू भदौरिया आदि शामिल हैं।

गांव का रास्ता बंद

नहर से बड़ेरी के पुरा की ओर जाने वाला रास्ता आज तक पक्का नहीं होने के कारण बारिश के सीजन में तो परेशानी होती ही थी लेकिन आज नहर के फूट जाने से नहर का पानी रास्ते में भर गया है। इससे लोगों को अपने घरों पर पहुंचना एवं खेतों की ओर जाने का रास्ता बंद हो गया है। इस वजह से दुपहिया एवं चार पहिया वाहन तो करीब 15 दिन तक गांव में नहीं पहुंच पाएंगे, इन दिनों पैदल निकलना भी मुश्किल हो रहा है।