चीन द्वारा बनाए जा रहे विशाल डैम को लेकर पेमा खांडू की चेतावनी वाटर बम जैसी : मुदगल

भिण्ड, 10 जुलाई। भारत-तिब्बत सहयोग मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष, युवा विभाग अर्पित मुदगल ने राष्ट्र भक्तिपूर्ण संदेश जारी करते हुए अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू द्वारा दी गई हालिया चेतावनी को गंभीर राष्ट्रीय सुरक्षा संकट बताया। पेमा खांडू ने हाल ही में बयान दिया कि चीन द्वारा यारलुंग त्सांगपो (ब्रह्मपुत्र) पर बनाया जा रहा मेगा डैम, अगर बिना पूर्व सूचना के पानी छोडता है, तो वह सियांग घाटी, आदि जनजातियों और पूर्वोत्तर भारत के लिए विनाशकारी ‘वाटर बम’ बन सकता है।
इस संदर्भ में अर्पित मुदगल ने कहा कि चीन न तो किसी अंतर्राष्ट्रीय जल संधि का हिस्सा है, न ही पारदर्शिता में विश्वास करता है। ऐसे में उसके बांध परियोजनाएं भारत के लिए जल-आधारित खतरे का संकेत हैं। यह केवल एक पर्यावरणीय संकट नहीं, बल्कि एक छद्म युद्ध नीति है, जिसका जवाब हमें रणनीतिक रूप से देना होगा। उन्होंने भारत सरकार से आग्रह किया कि ब्रह्मपुत्र पर निगरानी तंत्र को मजबूत किया जाए। सीमावर्ती राज्यों में जल-संरक्षण और आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण को प्राथमिकता दी जाए और तिब्बत को एक ‘जल-सुरक्षा भू-राजनीतिक मुद्दा’ के रूप में अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर उठाया जाए। अंत में मुदगल ने युवाओं से अपील की कि देश की सीमा ही केवल सीमा नहीं है- संस्कृति, जल और ज्ञान की रक्षा भी राष्ट्ररक्षा है। आइए, इस गुरू पूर्णिमा पर हम भारत की भूमि, जल और आत्मा की रक्षा का संकल्प लें।