भारतीय सेना का अपमान नहीं सहेगा हिन्दुस्तान : डॉ. शर्मा

– देश की सेना का अपमान करने के विरोध में कांग्रेस ने फूलबाग पर किया उपमुख्यमंत्री देवडा का पुतला दहन
– उपमुख्यमंत्री देवडा तुरंत अपने बयान के लिए सार्वजनिक माफी मांगे, मुख्यमंत्री उन्हें तत्काल पद से बर्खास्त करें

ग्वालियर, 17 मई। मप्र सरकार में उपमुख्यमंत्री जगदीश देवडा द्वारा भारतीय सेना का अपमान किए जाने के विरोध में शहर जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र शर्मा के नेतृत्व एवं विधायक डॉ. सतीश सिंह सिकरवार, प्रदेश महासचिव सुनील शर्मा की उपस्थिती में फूलबाग चौराहे पर शहर जिला कांग्रेस कमेटी द्वारा भारतीय सेना का अपमान नहीं सहेगा हिन्दुस्तान, जगदीश देवडा शर्म करो, सेना का अपमान बंद करो नारों के साथ प्रदेश के उपमुख्यमंत्री का पुतला दहन किया गया।
शहर जिला कंाग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डॉ. देवेन्द्र शर्मा ने पुतला दहन के पश्चात उपस्थित कांग्रेसजनों एवं जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि मप्र की भाजपा सरकार में उपमुख्यमंत्री जगदीश देवडा द्वारा भारतीय सेना के प्रति कहे गए शब्द भाजपा की भारत देश और देश की सेना के प्रति अपनी मानसिकता को प्रदर्शित करते है, इतने महत्वपूर्ण संवैधानिक पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा देश की सेना के प्रति इस तरह की बयानबाजी करना हमारे देश के गौरव, हमारी भारतीय सेना के सम्मान पर सीधा हमला है। मप्र के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवडा द्वारा भारतीय सेना के बारे में दिया गया बयान निंदनीय, शर्मनाक और अस्वीकार्य है।
उन्होंने कहा कि भारतीय सेना और सैनिक प्रधानमंत्री के चरणों में नतमस्तक हैं। यह बयान न केवल सेना का अपमान है, बल्कि हमारे संविधान, लोकतंत्र और सेना की निष्पक्षता पर कुठाराघात है। हमारी भारतीय सेना इस देश की शान है। हमारे जवान जो सरहदों पर दिन-रात अपनी जान की बाजी लगाकर हमारी रक्षा करते हैं, वे किसी व्यक्ति, पार्टी या नेता के लिए नहीं, बल्कि इस देश के तिरंगे, इसके संविधान और इस देश के करोड हिन्दुस्तानियों के लिए लडते हैं। उनकी वीरता, उनका बलिदान, उनका समर्पण किसी के चरणों में झुकने के लिए नहीं, बल्कि देश के मस्तक को ऊंचा करने के लिए है। फिर, यह कैसे स्वीकार किया जा सकता है कि कोई नेता हमारी सेना को अपनी सियासी जागीर समझे और उसका अपमान करे?
जगदीश देवडा का यह बयान भारतीय जनता पार्टी की उस मानसिकता को उजागर करता है, जो सेना के शौर्य को अपने राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल करना चाहती है। यह पहली बार नहीं है। इससे पहले भी बीजेपी के नेता, जैसे मंत्री विजय शाह, ने सेना की महिला अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। क्या यही है बीजेपी का सेना के प्रति सम्मान? क्या यही है उनकी राष्ट्रभक्ति? आज हम यहां सिर्फ एक पुतला जलाने नहीं आए हैं। यह पुतला उस सोच का प्रतीक है, जो सेना के सम्मान को ठेस पहुंचाती है। यह पुतला उस अहंकार का प्रतीक है, जो हमारे जवानों के बलिदान को सियासी मंच पर तौलने की कोशिश करता है। हम, कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता, ग्वालियर की जनता के साथ मिलकर यह संदेश देना चाहते हैं कि भारतीय सेना का अपमान हिंदुस्तान कभी बर्दाश्त नहीं करेगा।
कांग्रेस पार्टी हमेशा सेना के सम्मान में खडी रही है। चाहे वह 1971 का युद्ध हो, कारगिल की जंग हो हमने हमेशा अपनी सेना का समर्थन किया है। हमारी सेना देश की है, किसी पार्टी की जागीर नहीं। हम गर्व करते हैं अपने जवानों पर, जो बिना किसी भेदभाव के, बिना किसी स्वार्थ के, सिर्फ देश के लिए जीते और मरते हैं। ग्वालियर की यह धरती जो वीरों की भूमि रही है, एक स्वर में कह रही है कि सेना का अपमान बर्दाश्त नहीं होगा। हम शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात रख रहे हैं, लेकिन हमारी आवाज दिल्ली, भोपाल और हर उस जगह तक पहुंचेगी, जहां हमारे देश का सम्मान दांव पर है। कंाग्रेस पार्टी मांग करती है कि उपमुख्यमंत्री जगदीश देवडा तुरंत अपने बयान के लिए सार्वजनिक माफी मांगें और मुख्यमंत्री मोहन यादव उन्हें तत्काल पद से बर्खास्त करें।
पुतला दहन में प्रदेश सचिव राहुल शर्मा, प्रदेश प्रवक्ता राम पाण्डे, धर्मेन्द्र शर्मा, कार्यवाहक अध्यक्ष महाराज सिंह पटेल, वीरसिंह तोमर, चतुर्भुज धनोलिया, संगठन मंत्री सुरेन्द्र यादव, जयराज चौहान, सीमा समाधिया, अवधेश कौरव, जेएच जाफरी, हमीद खां उस्मानी, बृजेश शुक्ला, राकेश अग्रवाल, रामनरेश परमार, पियुश जैन, जसवंत शेजवार, अशोक तरेटिया, ब्लॉक अध्यक्ष मुनेन्द्र भदौरिया, राकेश शर्मा, देवेन्द्र चौहान, राजेश बाबू, विनोद कुमार जैन, नवीन भदकारिया, अब्दुल हमीद पप्पू, महादेव अपोरिया, मुरारी लाल ओझा, संजीव दीक्षित, राकेश बाथम, कल्लू तोमर, देवेन्द्र शर्मा, राजेश तोमर, रानू शर्मा, रचना कुशवाह, अजीत गोस्वामी, आविद नकबी, नाजिम खान, आशुतोष शर्मा, अश्विनी अगरैया, अवनीश गोड, राजेश भदौरिया, राहुल भदौरिया, कमल राजावत, नाजिम खान, उपेन्द्र जीतू खटीक सहित अनेक कांग्रेसजन सम्मलित थे।