भाजपा सरकार हर मोर्चे पर असफल साबित होती जा रही है : शर्मा

भिण्ड, 04 अक्टूबर। सरकार के मंत्री और जिले के कलेक्टर दाबा कर रहे हैं कि रासायनिक खाद की कोई कमी नहीं है, लेकिन डीएपी खाद के लिए किसान भटक रहे हैं। सरसों की बोनी शुरू हो चुकी है। खाद के लिए किसानों को पुलिस की लाठियां तक खाना पड रही हैं। दूसरी तरफ कृषि बिभाग के अधिकारी कह रहे हैं कि डीएपी खाद की बहुत कमी है। यह आरोप मप्र किसान सभा के जिला महासचिव राजेश शर्मा ने लगाया है।
उन्होंने कहा कि अति बर्षा से किसानों की फसलें बुरी तरह बर्बाद हुई। सडकें कट गई, पुलिया टूट गई, लोगों के मकान ढह गए, लेकिन न तो ठीक तरीके से कहीं सर्वे हो रही और न ही कोई मुआवजे की आस दिख रही। उन्होंने कहा कि अतिथि शिक्षकों को अभी तक स्थाई हो जाना था लेकिन सरकार ने स्थाई करने बजाय उनको बाहर का रास्ता दिखा। जब इन लोगों ने शिक्षा मंत्री से गुहार लगाई तो मंत्री कहने लगे कि आप हमारे घर में अतिथि थे। इसका मतलब यह नहीं कि आप हमारे घर में कब्जा करके बैठ जाएं। इस सरकार ने पढे लिखे बेरोजगार युवाओं का भविष्य बर्बाद कर दिया। अतिथि शिक्षकों पर राजनीति करने वाले नेताजी ने एक चुनी हुई सरकार को गिरा दिया था। आज यह नेताजी अतिथि शिक्षकों को भुला चुके हैं और अपनी पार्टी छोड भाजपा सरकार में सत्ता सुख भोग रहे हैं।
किसान नेता ने कहा कि मप्र के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव अपने साम्प्रदायिक एजेण्डा पर ज्यादा फोकस कर रहे हैं। सत्ताधारी पार्टी भाजपा भी आज-कल भारी गुटबाजी की शिकार है। उन्होंने कहा कि इस सरकार के राज नेता और नौकरशाह मस्त हैं और जनता त्रस्त है। मप्र में सरकारी दफ्तर दुकानों में तब्दील होते जा रहे हैं। हर विभाग में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है। किसान नेता ने कहा कि समय रहते यदि सरकार में बैठे लोग सचेत नहीं हुए तो जनता इस सरकार को जरूर सबक सिखाएगी और आने वाले दिनों में इस जन विरोधी सरकार के खिलाफ आंदोलन तेज किए जाएंगे।