– पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविन्द सिंह की अपमानजनक जातिगत टिप्पणी पर पिछडा वर्ग में आक्रोश, सार्वजनिक रूप से माफी की मांग
भिण्ड, 13 अगस्त। गत नौ अगस्त को लहार में आयोजित कांग्रेस पार्टी के कार्यक्रम में सार्वजनिक मंच से भिण्ड के पुलिस अधीक्षक डॉ. असित यादव के बारे में की गई जातिगत टिप्पणी पर पूरे क्षेत्र में तीव्र आक्रोश लगातार फैलता जा रहा। सोशल मीडिया पर जैसे ही एसपी डॉ. असित यादव के बारे में कहे शब्द वायरल हुए उसकी जानकारी आने के बाद पिछडे वर्ग लोगो द्वारा इसकी कडी निंदा करते हुए आगामी कार्रवाई हेतु योजना रूपरेखा तैयार की जा रही है। इसी तारतम्य में पिछडे वर्ग संगठन से जुडे लोग 14 अगस्त बुधवार को लहार एसडीएम को एक ज्ञापन पत्र सौंपेगा।
गौरतलब है कि पूर्व नेता प्रतिपक्ष एवं लहार के पूर्व विधायक डॉ. गोविन्द सिंह ने नाम से कृष्ण वंश में पैदा नकली यादव है, कायर, बुजदिल और भिण्ड के लिए कलंक है। यह उनकी पिछडी वर्ग विरोधी मानसिकता एक और उदाहरण है, पूर्व में भी पिछडे वर्ग के अधिकारियों के खिलाफ बयान देते रहे। पूर्व में उन्होंने विधानसभा में भाजपा विधायक हुकुमचंद्र यादव के बारे जातिगत टिप्पणी की थी जिस पर मचे बवाल के बाद उन्होंने वहां माफी मांगी थी। वर्ष 2008 तत्कालीन थाना प्रभारी आलमपुर मोहन सिंह बघेल के डीएनए को लेकर घटिया बयान देकर कहा था, इनका ब्लड उस समय के कुख्यात डकैत रहे रामबाबू गडरिया व दयाराम गडरिया से मिलता है, कहकर ओबीसी वर्ग को अपमानित किया था। वहीं वर्ष 2018 में लहार की तत्कालीन थाना प्रभारी रेखा पाल के विरुद्ध कांग्रेस की रैली में अभद्र नारे लगवाए थे कि रेखापाल कैसी है, सपना चौधरी जैसी है, रेखापाल कैसी है फूलन देवी जैसी है। एक महिला जाबांज पुलिस अधिकारी जो पिछडे वर्ग से आती है उनकी तुलना स्टेज डांसर सपना चौधरी, दस्यू रही फूलनदेवी से करके ओबीसी अपमान किया, और भी कई उदाहरण हैं। जब उनके द्वारा इस तरह की अपमान जनक भाषा का इस्तेमाल किया गया था। इस तरह की ओबीसी विरोधी भाषा का पिछडा वर्ग संगठन कडी निंदा करता है।