बाढ से प्रभावित होने वाले लोगों के लिए अस्थाई एवं स्थाई निर्माण कराएं जाए : कटारे

-उपनेता प्रतिपक्ष ने बाढ प्रभावित क्षेत्र के लोगों के लिए प्रदेश सरकार से मांग की

भिण्ड, 10 अगस्त। मध्य प्रदेश विधानसभा में उप नेता प्रतिपक्ष एवं अटेर विधायक हेमंत कटारे ने प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि विधानसभा क्षेत्र अटेर के चंबल नदी के किनारे लगभग 40 गांव कोटा बैराज से पानी छोडे जाने से उनका जनजीवन प्रभावित होता है। इस संबंध में मेरे द्वारा कई बार शासन एवं प्रशासन को लिखित एवं मौखिक रूप से अवगत कराया जा चुका है।
उन्होंने कहा कि यहां सबसे बडी समस्या बाढ के समय जनमानस वह पालतू जानवर पलायन करते समय उनके घर गृहस्थी व जीवन पर असर पडता है, कई प्रकार की बीमारियां फैलती हैं। इस कारण उन्होंने मांग करते हुए कहा कि नावली वृंदावन से खेराट तक एक ब्रिज बनाया जाए, जिससे पलायन होने में आवागमन प्रभावित नहीं होगा। साथ ही इनको बाढ से विस्थापन के समय एक निश्चित जगह चिन्हित की जाकर उस पर अस्थाई एवं स्थाई निर्माण कराएं जाए। उन्होंने कहा कि प्रतिवर्ष कोटा बैराज से पानी छोडा जाता है, प्रतिवर्ष आमजन का जीवन यापन अस्त-व्यस्त हो जाता है एवं घर गृहस्थी का सामान भी नष्ट हो जाता है। खाने-पीने का अनाज भी खत्म हो जाता है तथा पालतू जानवर प्रतिवर्ष बीमारी फैलने से खत्म हो जाते हैं, इस कारण से आर्थिक हानि होती है। कटारे ने मप्र सरकार से मांग की है कि इनको स्थाई रूप से चिन्हित जगह कर स्थाई एवं अस्थाई निर्माण कराया जाकर इन्हें विस्थापन करना चाहिए।