देहात पुलिस ने पांच दिन पूर्व हुए अंधेकत्ल का किया खुलासा

मैरिज गार्डन का चौकीदार व संचालक सहित चार आरोपी गिरफ्तार
आरोपियों ने हत्या को दुर्घटना में बदलने का किया था प्रयास

भिण्ड, 16 जनवरी। देहात थाना पुलिस ने गत पांच दिवस पूर्व ग्राम बिरधनपुरा में प्रौढ की हत्या के मामले में थाना प्रभारी देहात निरीक्षक प्रदीप सोनी के नेतृत्व में अंधे कत्ल का खुलासा कर दिया है। साथ ही मृतक की हत्या कर शव को नहर के किनारे फैंकन वाले मैरिज गार्डन चौकीदार व संचालक सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार देहात थाना पुलिस को गत 10 जनवरी को सुबह विरधनपुरा गांव में नहर के किनारे एक अज्ञात व्यक्ति का शव खून से लथपथ पडा मिला। अज्ञात शव की शिनाख्तगी हेतु सूचना शहर में कर दी गई। मृतक के रोड किनारे मिले शव को मृतक के परिजन वाहन दुर्घटना मानकर चल रहे थे तथा उनके द्वारा किसी पर कोई शंका होना नहीं बताया गया। किन्तु पुलिस अधीक्षक डॉ. असित यादव के निर्देशन में आकस्मिक दुर्घटना की जांच सूक्ष्मता से एवं दुर्घटना को भी घटना मानकर घटना की जांच सूक्ष्मता एवं घटना की परिस्थितिओं को दृष्टिगत करने के निर्देश दिए। विवेचना के दौरान नौ एवं 10 जनवरी की रात्रि घटना स्थल और शहर के समीप सीसीटीवी फुटेज देखने पर ज्ञात हुआ कि रात्रि में एक कार भिण्ड शहर से घटना स्थल के पास जाती दिखी तथा इसी आधार पर आगे की कडियों को जोडा गया। जांच एवं परिस्थितिजन्य साक्ष्य के आधार पर पाया गया कि मृतक बसंत उर्फ पुच्ची जैन की अज्ञात व्यक्ति द्वारा हत्या की जाकर साक्ष्य छुपाने की उद्दश्य से कार में शव को रखकर विरधनपुरा गांव में नहर के किनारे फेंक दिया था। मामले में मृतक के परिजनों से काफी पूछताछ की गई तो उन्होंने अंतिम बार चौधरी मांगलिक भवन भिण्ड में देखना बताया। चौधरी मांगलिक भवन व उसके चौकीदार से बारीकी से पूछताछ की गई तो उन्होंने सारा सच उगल दिया और मृतक बसंत उर्फ पुच्ची जैन की हत्या कर शव व को नहर के किनारे फेंकना स्वीकार किया।
ऐसे रची थी साजिश
मृतक बसंत उर्फ पुच्ची जैन हलवाई का काम करता था जो पिछले दो दिनों से चौधरी मांगलिक भवन में रूका था बसंत उर्फ पुच्ची जैन की शादी नहीं हुयी थी जिस कारण वह अपने घर कम जाता था तथा हलवाई का काम करके वहीं खाना खाकर सो जाता था। आठ व नौ जनवरी की रात्रि बसंत उर्फ पुच्ची जैन चौधरी गार्डन के चौकीदार के साथ सो गया था। मृतक बार-बार कमरे के अन्दर बाहर जा रहा था, जिससे तंग आकर चौकीदार ने मृतक पुच्ची जैन का सिर दीवार में मार दिया, सुबह देखा तो मृतक पुच्ची जैन मृत अवस्था में मिला। उक्त घटना चौकीदार ने चौधरी मांगलिक भवन के संचालक को बताई, संचालक ग्वालियर में होने से वापस भिण्ड आया और चौकीदार व संचालक ने मृतक पुच्ची जैन का शव रात्रि में अपनी कार में रखकर विरधनपुरा की नहर के किनारे फेंक दिया। चौकीदार द्वारा पुच्ची जैन की हत्या की गई एवं संचालक के साथ मिलकर शव को ठिकाने लगाया गया। दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय पेश किया जा रहा है।
आरोपियों की गिरफ्तारी में नगर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार, निरीक्षक प्रदीप सोनी एवं दीपेन्द्र यादव, उपनिरीक्ष्ज्ञक विजय शिवहरे, लक्ष्मण किशोर गुबरेले, नागेश शर्मा, सउनि सत्यवीर सिंह, प्रधान आरक्षक सोनेन्द्र राजावत, गुरूदास सोही, सतेन्द्र सिंह, प्रमोद पाराशर, महेश, आरक्षक संदीप राजावत, सुभाष तोमर, भूपेन्द्र राजावत, ज्ञानेन्द्र मिश्रा, आनंद दीक्षित, राहुल यादव की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।