बस एवं कंटेनर भिड़न्त में सात यात्रियों की मौत, 15 घायल

एनएच 719 पर सुबह सात बजे हुआ हादसा
गंभीर घायलों को उपचार हेतु किया ग्वालियर रैफर

भिण्ड, 01 अक्टूबर। जिले के गोहद चौराहा थाना अंतर्गत डांग पहाड़ इलाके के हरगोविन्द पुरा गांव के पास एनएच 719 पर शुक्रवार को तड़के बस और कंटेनर की जोरदार भिड़न्त हो गई, इस भीषण सड़क हादसे में सात लोगों की मौत हो गई तथा 15 लोग घायल हुए हैं। यह बस ग्वालियर से उत्तर प्रदेश के बरेली शहर जा रही थी।
जानकारी के अनुसार शक्रवार को ग्वालियर से बरेली जा रही यात्री बस सुबह सात बजे नैशनल हाईवे 719 भिण्ड-ग्वालियर रोड पर कंटेनर से भिड़ गई। बताया जा रहा है कि जब गोहद के डांग पहाड़ इलाके से गुजर रही बस को भिण्ड की ओर से आ रहे एक कंटेनर जोरदार टक्कर मार दी। हादसा इतना भीषण था कि कंटेनर मौके पर ही पलट गया, वहीं बस भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई।
पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि इस दुर्घटना में एक महिला और छह पुरुष की मौत हो गई है। वही 15 यात्री बुरी तरह से घायल हैं, जिसमें चार की हालत गंभीर है, जिन्हें उपचार हेतु तत्काल ग्वालियर रैफर कर दिया गया है। फिलहाल मृतकों में चार की पहचान हो चुकी है, जबकि तीन मृतक अभी अज्ञात है। वहीं घायल यात्रियों ने बताया कि वे सुबह बरेली की बस में यूपी के इटावा, हरदोई, बरेली जाने के लिए निकले थे, लेकिन कंटेनर तेज रफ्तार ओर अनियंत्रित होने से हादसा हो गया। घायलों ने बताया कि हादसे में पूरी गलती कंटेनर चालक की है, ज्यादातर घायलों को सिर के पास चोट आई हैं, जो डंपर टकराने से शीशे टूटने से लगी।


घटना की जानकारी मिलते ही गोहद चौराहा पुलिस तुरंत घटना स्थल पहुंचे गई और यात्रियों का रेस्क्यू शुरू कर हॉस्पिटल भिजवाया। इस दुर्घटना में रजत पुत्र शिवबीर राठौर निवासी ग्वालियर, रानी पत्नी भगवान आदिवासी निवासी साहगड सागर, हरेन्द्र पुत्र रघुवीर तोमर निवासी इटावा, हरिओम पुत्र देखराज करेरिया निवासी हरदोई की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि तीन मृतक अज्ञात हैं। गोहद बीएमओ डॉ. आलोक शर्मा ने बताया की सुबह हादसे के समय करीब 15 लोगों को लाया गया था, जिनमें चार की हालत गंभीर थी, उन्हें डीप फ्रैक्चर होने से ग्वालियर रैफर किया गया था, वहीं कुछ घायल को मामूली चोट थीं जो घर चले गए। करीब चार घायल गोहद अस्पताल में भर्ती हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है।

कलेक्टर ने घायलों को दी आर्थिक सहायता

घटना की जानकारी मिलने पर भिण्ड कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस भी मौके पर पहुंच गए और हालातों जायजा लिया। उन्होंने घायलों और मृतकों के परिजन से मुलाकात कर रेडक्रॉस सोसाइटी की ओर से गंभीर रूप से घायलों को उपचार हेतु तत्काल पांच हजार रुपए और मामूली घायलों को दो हजार रुपए की आर्थिक सहायता मुहैया कराई है।

सड़क हादसे मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख की आर्थिक सहायता, प्रभारी मंत्री ने दिए घटना की जांच के निर्देश

भिण्ड जिले के प्रभारी मंत्री व परिवहन एवं राजस्व मंत्री गोविन्द राजपूत ने भिण्ड-ग्वालियर नेशनल हाईवे पर हुए बस हादसे में सात लोगों की मौत पर दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से चर्चा और निर्देशानुसार घटना में मृत व्यक्तियों के परिजन को चार-चार लाख रुपए एवं घायल व्यक्तियों को 50-50 हजार रुपए की आर्थिक सहायता देने की घोषणा के साथ ही संबंधित अधिकारियों को दुर्घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं।

फोरलेन रोड की दरकार

बता दें कि ये पहली बार नहीं है, इससे पहले नैशनल हाईवे 719 कई हादसे इस हो चुके हैं और लगातार इसे फोर लेन किए जाने की मांग उठती रही है, बावजूद इसके भिण्ड जिला प्रशासन या किसी भी जन प्रतिनिधि द्वारा अब तक कोई सकारात्मक पहल देखने को नहीं मिली, नतीजा हर साल सैकड़ों लोग इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर हादसों में अपनी जिंदगी गवां रहे हैं।

क्यों होते हैं हादसे

सड़क हादसे होने का सबसे बड़ा कारण सड़क सुरक्षा को लेकर बेहतर इंतजाम न होना, प्रशासन द्वारा ओवरलोड वाहनों पर अंकुश नही लगा पाना, शराब पीकर वाहनों को चलाना, हाइवे का रखरखाव न होने से सड़कों पर गड्ढे होना, गड्ढों पर घटिया किस्म का पेचवर्क होना, जिस कारण पुन: गड्ढा हो जाना, सड़क सुरक्षा के लिहाज से सड़कों पर सकेतकों का न होना। सड़क किनारे पडऩे वाले गांव से संकेतक बोर्ड गायब होना। हाइवे पर ट्रैफिक के बढ़ते दवाब के चलते फोरलेन हाइवे होना। अपनी जेब गर्म करने के चलते पुलिस द्वारा इन सब नियमों की अनदेखी करना।