अतिथि विद्वानों का शीघ्र नियमितीकरण कर शिवराज निभाएं अपना वादा : डॉ. भारद्वाज

भिण्ड, 08 जुलाई। 15 माह के अल्प कार्यकाल में कमलनाथ ने जीतू पटवारी के नेतृत्व में अतिथि विद्वानों के नियमितीकरण की नोटशीट तैयार की थी, प्रक्रिया भी शुरू हो गई थी, लेकिन सरकार ही गिर गई। वहीं विपक्ष में रहते हुए उस समय के विपक्ष के नेता शिवराज सिंह चौहान सहित पूरी भाजपा अतिथि विद्वानों के मुद्दे पर मुखर होकर नियमितीकरण का वादा की थी। लेकिन जब बीजेपी की सरकार बनी तो सीएम शिवराज ने अतिथि विद्वानों से किए वादे को पूरा नहीं किया। इसलिए अतिथि विद्वानों को शीघ्र नियमितिकरण कर शिवराज सरकार को अपना वादा निभाना चाहिए। यह बात कांग्रेस के प्रदेश मीडिया पैनलिस्ट एवं जिला कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. अनिल भारद्वाज ने सरकार से मांग करते हुए कहा।
डॉ. भारद्वाज ने कहा कि कमलनाथ की सरकार में पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने कांग्रेस सरकार में अतिथि विद्वानों के भविष्य सुरक्षित नियमितीकरण के लिए काफी प्रयास किए थे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को निमितिकरण कर अतिथि विद्वानों का भविष्य सुरक्षित कराने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अनुभव योग्यता दोनों है फिर भी इनका भविष्य सुरक्षित क्यों नहीं है? अतिथि विद्वानों के पास 20 वर्षों से अधिक का लंबा अनुभव है। साथ ही यूजीसी की योग्यता भी पूरी करते हैं, उसके बाद भी अतिथि विद्वानों को नियमित नहीं किया जाना शिवराज सरकार की हठधर्मिता को दर्शाती है।