श्यामपुरा में पार्थिव शिवलिंग निर्माण एवं शिवमहापुराण का आयोजन

भिण्ड, 08 मई। लहार क्षेत्र के श्यामपुरा गांव में सप्त दिवसीय श्री शिव महापुराण कथा एवं असंख्य पार्थिव शिवलिंग निर्माण का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें तृतीय दिवस कथा व्यास आचार्य सूरज जी ने श्री शिव महापुराण अनुसार भूतभावन भोलेनाथ के लिंग स्वरूप का वर्णन करते हुए देव भक्ति के नौ प्रकार बताते हुए कहा कि प्रथम भक्ति ब्रह्म मुहुर्त में उठना है।
उन्होंने शिव पुराण में देवऋषि नारद के मोह संबंधित सुंदर लीला का वर्णन करते हुए बताया कि देवऋषि नारद जी को अपने सुंदर स्वरूप का घमण्ड होने पर श्री हरि भगवान विष्णु जी द्वारा किस प्रकार उनके घमण्ड का समन किया गया, इस हेतु श्री हरि ने देवऋषि को वानर का रूप दिया और यह वानर का रूप लेकर देवऋषि नारद जी राजा सीलनिधि की कन्या के स्वयंवर में पहुंचे तो वहीं श्री हरि भगवान विष्णु भी उस स्वयंवर में पहुंचे, जहां पर राजा शीलनिधि की कन्या ने श्री हरि का वरण किया और इस बात से देवऋषि नारद जी क्रोधित हो गए तथा अपने स्वरूप का दर्शन उन्होंने जल में किया और क्रोधित होकर श्रीहरि को श्राप दिया कि आप भी आगे चलकर स्त्री सुख से वंचित होंगे और मेरे को जो आपके द्वारा वानर स्वरूप दिया गया है इन्हीं वानरों की मदद से आपको पुन: स्त्री की प्राप्ति होगी। कथा परीक्षित इत्र कुमारी-द्वारका प्रसाद कांकोरिया ने समस्त भक्तजनों से कथा सुनने की अपील की है।