बहनों के सम्मान में पंचायत सचिव आंदोलन 30 तक स्थगित

एक मई से फिर शुरू होगा आंदोलन

भिण्ड, 01 अप्रैल। शासन प्रशासन को न तो कर्मचारी पंचायत सचिवों की दशा दिख रही है न ही ग्रामीण महिलाओं की जो केवायसी के नाम पर रोज की मजदूरी छोडक़र रोज पंचायतों में भटक रही हैं। सचिवों के आंदोलन से पंचायतों में महिला सबसे ज्यादा परेशान हो चुकी है। महिलाओं की परेशानी को देखते हुए भिण्ड पंचायत सचिव संगठन ने 30 अप्रैल तक सामूहिक अवकाश एवं हड़ताल स्थगित कर दी है।
जानकारी देते हुए मप्र पंचायत सचिव संगठन के जिला अध्यक्ष रविकांत दीक्षित ने बताया कि पिछले दो दिनों में जिले भर से सैकड़ों पंचायत सचिवों के फोन जिला संगठन तक पहुंचे हैं जिसमें सचिवों ने कहा है कि महिलाएं एक हजार रुपए की लाड़ली बहना योजना के लिए पंचायतों में भटक रही है। पंचायतों में सचिव नहीं, सहायक सचिव नहीं है, सरपंच नहीं है और अन्य कर्मचारियों से केवायसी करा रहे हैं, जहां उन्हें परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए सचिवों को 30 अप्रैल तक केवायसी करने के लिए अवकाश और हड़ताल से मुक्त रखकर एक मई 2023 से उच्च न्यायालय मे पिटीशन केबिएट दायर कर अखण्ड आंदोलन का ऐलान किया जाए। इसी के मद्देनजर पंचायत सचिव संगठन की प्रदेश और कमेटी के निर्णय अनुसार पंचायत सचिवों का सामूहिक अवकाश, आंदोलन, हड़ताल स्थगित कर दी गई है। सचिव कार्यालयीन समय सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक ही पंचायतों में कार्य करेंगे और एक मई से अखण्ड आंदोलन के लिए तैयार हो जाएंगे।