भक्त के मन में कभी अहंकार नहीं होता : देवी संध्या जी

ग्राम किशूपुरा में चल रहा है श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ

भिण्ड, 19 मार्च। महिला सत्संग शिक्षा मण्डल किशूपुरा की अध्यक्ष श्रीमती सुशीलादेवी द्वारा अटेर क्षेत्र के ग्राम किशूपुरा में श्रीमद् भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह का आयोजन कराया जा रहा है। जिसमें कथा वाचक भागवताचार्य देवी संध्या जी अपने मुखारबिंद से कथा श्रणव करा रही हैं। कथा की पारीक्षत राजेन्द्र सेंगर हैं।
भागवत कथा के छटवें दिन कथा व्यास देव संध्या जी ने महारास कथा, गोपियों का कृष्ण के प्रति प्रेम एवं उद्धव के ज्ञान प्रसंग का वरण किया। उन्होंने कहा कि भक्त के मन में कभी अहंकार नहीं होता, रुक्मिणी ने सच्चा प्रेम कृष्ण से किया था, उन्होंने कृष्ण को अपना पति मान लिया था, किंतु रुक्मि शिशुपाल के सथ रुक्मिणी का विवाह कराना चाहता था। तो भगवान रुक्मिणी की प्रार्थना स्वीकार कर आए और रुक्मिणी से विवाह किया।

श्रीमद् भागवत कथा में आज भाजपा महिला मोर्चा की पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष एवं नगर परिषद मेहगांव की पूर्व अध्यक्ष श्रीमती ममता भदौरिया, पूर्व जिला पंचायत सदस्य एवं भाजयुमो प्रदेश कार्यसमित सदस्य आशीष सिंह भदौरिया आशू प्रमुख रूप से उपस्थित थे।