गर्मी में बेजुबान पक्षियों के लिए दाना-पानी का प्रबंध पर्यावरण हितैषी : शुक्ला

भाविप ने विश्व गौरैया दिवस पर रखे सकोरे व दाना-पानी का किया प्रबंध

भिण्ड, 19 मार्च। विश्व गौरैया दिवस के अवसर पर भारत विकास परिषद शाखा भिण्ड द्वारा संस्कृति सप्ताह के तीसरे दिन स्थानीय धर्मपुरी मुक्तिधाम में बढ़ते तापमान को देखते हुए बेजुबान पक्षियों के लिए सकोरे रखे गए व दाना पानी का प्रबंध किया।
परिषद के सचिव धीरज शुक्ला कहा कि पक्षी मनुष्यों के आस-पास अपने घोंसले बनाकर, दाना-पानी पाकर अपने आपको वर्तमान जीवन के अनुरूप ढाल लेते हैं। हमारा भी दायित्व है कि इस भीषण गर्मी में हम इनके जीवन को बचाएं, अपने घर के आस-पास बगीचे में रोशनदान में सकोरे रखें, उसमें पानी भरें, जिससे इस चिलचिलाती धूप में यह पक्षी अपनी प्यास बुझा सके। उन्होंने बताया कि प्रति वर्ष 20 मार्च को विश्व गौरैया दिवस मनाया जाता है। इस दिवस का उद्देश्य गौरैया के बारे में जागरुकता बढ़ाना और घरेलू गौरैया का संरक्षण सुनिश्चित करना है। संरक्षक डॉ. विनोद सक्सेना ने आज अपने घर के बागीचे में सकोरे लगाए और कहा कि वर्तमान में पक्के घर बन जाने से गौरैया, चिडिय़ों का अस्तित्व खतरे में है। पहले हमारे घर कच्चे हुआ करते थे तो ये हमारे घर मे अपना घोंसला बना लेती थीं और हम उसके लिए दाना-पानी की व्यवस्था करते थे, लेकिन पक्के कंक्रीट के घर बन जाने से अब गौरैया, चिडिय़ा देखने को नहीं मिलतीं।

परिषद के सदस्यों ने सामूहिक रूप से सभी से आह्वान किया कि हम सबको प्रयास करना होगा कि अपने घरों की छतों, खिड़कियों, बगीचों, पेड़ों की डालियों आदि जगह सकोरे रखकर, बांधकर इनमें दाना डालकर हम पक्षियों की भूख-प्यास मिटा सकते हैं। इसमें सभी को सहभागिता देनी चाहिए। कार्यक्रम में वरिष्ठ सदस्य जेएन पाठक, दिलीप सिंह कुशवाह, जयदीप सिंह, मनोज दीक्षित, रामवीर परिहार, प्रतीक मिश्रा, धर्मवीर सिंह, डॉ. साकार तिवारी सहित शहरवासी उपस्थित रहे।