पात्र परिवार को चिन्हित कर शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ देना ही विकास यात्रा का उद्देश्य : सहकारिता मंत्री डॉ. भदौरिया

विकास यात्रा खत्म होने के बाद अगर एक भी आवेदन मिला तो संबंधित अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई होगी : संभागायुक्त सिंह
विकास यात्रा कार्यक्रम में 59.87 लाख से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण/ शिलान्यास एवं भूमिपूजन

भिण्ड, 11 फरवरी। सहकारिता एवं लोकसेवा प्रबंधन मंत्री डॉ. अरविन्द सिंह भदौरिया के नेतृत्व में विकास खण्ड अटेर के ग्राम उदोतगढ़ से विकास यात्रा रथ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। विकास रथ यात्रा निर्धारित रूट प्लान अनुसार ग्राम उदोतगढ़ से प्रारंभ होकर रोहंदा, कनेरा, खड़ीत एवं मोदना में विकास यात्रा का समापन हुआ। विकास यात्रा का जगह-जगह पर पुष्पवर्षा एवं बाजे-गाजे के साथ स्वागत किया गया। सहकारिता मंत्री ने विकास यात्रा के दौरान आयोजित कार्यक्रमों में जनसेवा अभियान अंतर्गत स्वीकृति पत्रों का वितरण किया। साथ ही शासन की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं एवं अनेक विकास कार्यों के संबंध में ग्रामीणों को जानकारी दी। इस दौरान आयुक्त चंबल-ग्वालियर संभाग दीपक सिंह, कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस, सीईओ जिला पंचायत जेके जैन सहित अन्य अधिकारी, जनप्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।
सहकारिता मंत्री डॉ. अरविन्द सिंह भदौरिया ने अटेर के ग्राम उदोतगढ़, रोहन्दा, कनेरा, खड़ीत एवं मोदना में विकास रथ यात्रा के दौरान आयोजित कार्यक्रमों में 59.87 लाख से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण/ शिलान्यास एवं भूमिपूजन किया। ग्राम उदोतगढ़ में 10.04 लाख से अधिक के विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। जिसमें 7.10 लाख की लागत से सीसी नाला निर्माण, 1.55 लाख की लागत से सीसी रोड निर्माण, 1.39 लाख की लागत से सीसी रोड निर्माण का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। उन्होंने ग्राम रोहन्दा में 7.59 लाख से अधिक के विकास कार्यों जिसमें 4.16 लाख की लागत से खेल मैदान, 3.43 लाख की लागत से सामुदायिक स्वच्छता परिसर का भूमिपूजन किया। ग्राम कनेरा में 19.38 लाख से अधिक के विकास कार्यों जिसमें 12.85 लाख की लागत से पंचायत भवन, 3.43 लाख की लागत से सामुदायिक स्वच्छता परिसर, 3.10 लाख की लागत से सीसी रोड निर्माण का भूमिपूजन किया। ग्राम खड़ीत में 10.89 लाख से अधिक के विकास कार्यों जिसमें 6.69 लाख की लागत से सीसी रोड निर्माण, 4.20 लाख की लागत से खेल मैदान का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। ग्राम मोदना में 11.97 लाख से अधिक के विकास कार्यों जिसमें 6.29 लाख की लागत से सीसी रोड निर्माण, 5.68 लाख की लागत से तालाब निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया।

सहकारिता एवं लोकसेवा प्रबंधन मंत्री डॉ. भदौरिया ने विकास यात्रा के दौरान आयोजित कार्यक्रम में उपस्थित आमजनों को संबोधित कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार तथा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा सभी वर्गों के कल्याण के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। जनहितैषी योजनाओं से कोई भी पात्र वंचित नहीं रहे इसके लिए प्रदेश सरकार द्वारा प्रत्येक ग्राम और शहर के प्रत्येक वार्ड में विकास यात्रा निकाली जा रही है। आमजन तक शासन की योजनाओं की जानकारी पहुंचे और हर व्यक्ति को अधिकार पूर्वक योजनाओं का लाभ देना ही इस यात्रा का उद्देश्य है। विकास यात्रा के माध्यम से सरकार हर घर, हर परिवार तक पहुंचने का प्रयास कर रही है। जनहित में सरकार द्वारा लगातार विकास के कार्य कराए जा रहे हैं। प्रत्येक पात्र व्यक्ति को शासन की योजनाओं से लाभान्वित करना है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक पात्र परिवार को चिन्हित कर शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ देना यही विकास यात्रा का उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि विकास की इबादत योजनाओं के माध्यम से हर घर पहुंच रही है यदि कोई किसी कारण से वंचित रह गया है तो उसे लाभ दिलाने का प्रयास यात्रा का मुख्य उद्देश्य है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा है कि जिले का हर गांव आत्म निर्भर हो, इसके लिए हम सबको शासन की योजनाओं का लाभ लेते हुए आर्थिक स्वावलंबी होना होगा। उन्होंने केन्द्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गांव का एक भी व्यक्ति योजनाओं के लाभ से वंचित ना रहे, यही हम सबका ध्येय है। उन्होंने गांव में मुहैया कराई जा रही बुनियादी सुविधाओं को भी रेखांकित किया, जिसमें मुख्य रूप से सड़क, बिजली, पानी व खेती के क्षेत्र में हुए नवाचारों के संबंध विस्तार से जानकारी दी।
सहकारिता मंत्री डॉ. अरविन्द सिंह भदौरिया ने कहा कि मुख्यमंत्री की मंशानुसार आठ मार्च 2023, अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस को लाड़ली बहना योजना के आवेदन लेने का कार्य शुरू किया जा रहा है। लाड़ली बहना योजना में गरीब एवं मध्यम वर्गीय परिवार की महिलाओं को प्रति माह एक-एक हजार रुपए की राशि उनके खाते में अंतरित की जाएगी। हितग्राहियों को चिन्हित करने के लिए गांव-गांव और वार्डों में जाकर आवेदन भरवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री ने हर गरीब के आंसू पोछने का कार्य किया है। हर गांव में विकास की रोशनी पहुंचाई है। मप्र आज बीमारू राज्य नहीं बल्कि एक विकसित राज्य की श्रेणी में आ खड़ा हुआ है। विकास की इस गाथा में किसी एक व्यक्ति को श्रेय दिया जाना हो तो नि:संदेह उसका श्रेय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को जाता है। उन्होंने कहा कि संवेदनशील मुख्यमंत्री ने गरीबी उन्मूलन, कुपोषण, गरीब बेटियों के विवाह और जिनका कोई नहीं है उनके लिए संबल जैसी अभूतपूर्व योजनाएं बनाकर और सफलता से क्रियान्वित कर जरूरतमंदों को लाभान्वित किया है। आज प्रदेश बिजली, पानी, सड़क के साथ जैविक खेती में भी अग्रणी है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश सरकार द्वारा हर समाज को सशक्त और सक्षम बनाने का कार्य किया जा रहा है। एक समय था जब लोगों को योजनाओं का लाभ नहीं मिलता था। आज हमारी सरकार में व्यक्ति को घर-घर जाकर पूछा जा रहा है कि उन्हें लाभ मिला है या नहीं। इतना ही नहीं प्रत्येक पात्रताधारी हितग्राही को लाभ दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री चौहान के नेतृत्व में लोगों को विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित कर उनके जीवन में बदलाव लाने का कार्य भी किया जा रहा है।
सहकारिता मंत्री ने कहा कि अनाज के लिए कृषि सबसे जरूरी है और कृषि के लिए सिंचाई, खेतों में सिंचाई के लिए काफी पानी की जरूरत होती है। ठीक तरह से सिंचाई न होने पर फसलें खराब हो जाती हैं। लंबे समय के इंतजार के बाद कनेरा सिंचाई परियोजना को पर्यावरण मंत्रालय से अनुमति मिल गई है। इस अनुमति के बाद अब अटेर क्षेत्र के किसानों के लिए कनेरा सिंचाई उद्वहन परियोजना का कार्य शीघ्र ही प्रारंभ होगा। उन्होंने कहा कि कनेरा सिंचाई उद्वहन परियोजना के तहत अटेर क्षेत्र की लगभग 15 हजार हैक्टेयर कृषि भूमि सिंचित होगी। साथ ही वृहद स्तर पर किसानों को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि अटेर में 14 फरवरी तक अटेर महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। जिसके अंतर्गत कई सांस्कृतिक कार्यक्रम, एडवेंचर एवं खेलकूद गतिविधियों का आयोजन अटेर किले के नीचे एवं चंबल किनारे किया जाएगा। उन्होंने अटेर महोत्सव आयोजन में शामिल होने सभी आमजनों को आमंत्रण दिया।
आयुक्त चंबल-ग्वालियर दीपक सिंह ने कहा कि विकास यात्रा को प्रभावी बनाना हमारी प्राथमिकता है। शासन की योजनाओं के लाभ से वंचित रहे पात्र हितग्राहियों को लाभान्वित किया जाए। विकास यात्रा खत्म होने के बाद अगर एक भी आवेदन मिला तो संबंधित पटवारी और तहसीलदार के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आज हमने यह भी निर्धारित किया है कि सीईओ जिला पंचायत की जिम्मेदारी होगी कि सारे फौती पंजी पंचायत सचिव अपने हस्ताक्षर के साथ पटवारी को अगले तीन दिवस में हैण्डओवर करेंगे और पटवारी की जिम्मेदारी होगी कि फौती दुरुस्ती का मामला नामांतरण पंजी में दर्ज करके आरसीएमएस पोर्टल पर दर्ज करेगा और 15 दिवस के अंदर तहसीलदार ये सुनिश्चित करेंगे कि फौती दुरुस्ती होकर संबंधित आवेदक को खसरे की नकल मिल जाए। उन्होंने कहा कि पांच मार्च के बाद अगर कोई भी ऐसा प्रकरण मिला तो संबंधित अधिकारी को निलंबित किया जाएगा। परिवार के कई सदस्यों के नाम एक खाते में दर्ज रहते हैं उनको बैंक लोन लेने या शासन की अन्य योजना का लाभ लेने में रुकावट आती है उसका अभियान भी विकास यात्रा के साथ-साथ चलाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि जो आपसी सहमति के बंटवारे होते हैं उनका लक्ष्य निर्धारित किया है कि 15 मार्च से पहले आपसी सहमति के बंटवारा दर्ज करके और उनका निराकरण भी करना है। विकास यात्रा के साथ-साथ राजस्व प्रकरण के निराकरण का अभियान भी चलेगा। उन्होंने आश्वस्त कर कहा कि 15 मार्च के बाद स्वयं किसी गांव में जाकर गांव वालों को बुलाकर जानकारी लूंगा और अगर वहां पाया गया कि कोई नामांतरण, बंटवारा दर्ज नहीं हुआ है तो दोषी अधिकारी/ कर्मचारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे। उन्होंने सभी अधिकारी/ कर्मचारियों एवं जनप्रतिनिधियों से कहा कि हमारे ऐसे गरीब भाई-बहन जो शिविर या कार्यक्रम में नहीं जा पाते हैं, योजना में पात्रता रखते हैं, लेकिन उनको लाभ नहीं मिल पाता है तो विकास यात्रा के दौरान हमें उनके घर तक पहुंचना है, उनके आवेदन भरवाने हैं। उन्होंने सीईओ जिला पंचायत को निर्देशित कर कहा कि जितनी भी विकास यात्रा हों कार्यक्रम में आवेदन पत्र नि:शुल्क लिखने के लिए शासकीय कर्मचारियों की व्यवस्था की जाए। ताकि किसी व्यक्ति को अगर आवेदन पत्र देना है तो वो कर्मचारी वहां बैठे रहें उनके पास सारी योजनाओं के फार्म रहें कागज रहें और जो भी व्यक्ति ऐसे हों जो योजना से पात्रता रखते हैं उनके आवेदन पत्र यहां पर भरवाए जाएं किसी भी प्रकार की राशि उनसे नहीं ली जाए। सभी जनप्रतिनिधियों की यह जिम्मेदारी है कि आप देखें कि आपके गांव में कोई व्यक्ति अगर किसी योजना में पात्र है तो उसको उस योजना का लाभ मिले शासन की योजना से कोई वंचित न रहे। ये जो विकास यात्रा है इसका उद्देश्य यही है कि शासन की जितनी भी योजनाएं हैं उनका प्रचार-प्रसार हो, जो लोग पात्रता रखते हैं उनको लाभ मिले, और वहां क्या-क्या काम की जरूरत है। उस मांग को गांव वालों से ही लेकर वो एक कार्य योजना बने जिस कार्ययोजना को हम फिर आगे क्रियान्वयन कर सकें। आप सबकी जागरुकता और आप सबकी सहभागिता से ही ये विकास यात्रा सफल होगी।