क्या पं. दीनदयाल के अंत्योदय को भूल गए शिवराज : डॉ. भारद्वाज

आउटसोर्स कर्मियों का सार्वजनिक अपमान पर माफी मांगे मुख्यमंत्री और भाजपा

भिण्ड, 06 जनवरी। विद्युत विभाग की धुरी जिन कर्मचारियों के ऊपर टिकी है, उन के लिए अनर्गल भाषा का सार्वजनिक मंच पर उपयोग किसी भी स्थिति में प्रदेश के मुखिया के मुंह से बिल्कुल उचित नहीं है, इसके लिए माफी मांगे शिवराज। कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भाजपा सरकार पर हमला बोला।
कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. अनिल भारद्वाज ने कहा कि लगता है भाजपा के लोग पं. दीनदयाल उपाध्याय का दिन रात गुणगान करते नहीं थकते अब सरकार में बैठकर उनके अंत्योदय को ही भुला बैठे हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की ये भाषा निंदनीय है, जो दस लाख से अधिक आउटसोर्स कर्मियों का अपमान भी है। भारद्वाज ने सीएम शिवराज सिंह चौहान पर तंज कसा है, उन्होंने आउटसोर्सिंग के मुद्दे पर हमला बोलते हुए कहा है कि मप्र में आउटसोर्स के जनक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ही हैं और अब सीएम खुद ही आउटसोर्स कर्मियों का अपमान कर रहे हैं। प्रदेश के लगभग 10 लाख आउटसोर्स कर्मचारियों का सार्वजनिक मंच से अपमान करना किसी भी सूरत में न्यायोचित नहीं है।
डॉ. भारद्वाज ने कहा कि मुख्यमंत्री की भाषा बेहद आपत्तिजनक और अस्थाई कर्मियों को अपमानित करने वाली भाषा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हाल ही में आयोजित बिजली विभाग के कर्मचारियों अधिकारियों के एक कार्यक्रम में अपने भाषण में प्रदेश के आउटसोर्स कर्मियों को व्यवस्था बिगाडऩे वाला अलाना सोर्स, फलाना सोर्स, ढिमका सोर्स जैसी भाषा सार्वजनिक मंच से बोलकर प्रदेश के लगभग 10 लाख अस्थाई कर्मियों का अपमान किया है। जबकि यही कर्मचारी अपने बिना किसी तय भविष्य के बावजूद कार्य कर रहे हैं, उन्हें नौकरी में परमानेंट करने की बजाए अपमानित कर रहे हैं, इसके लिए भाजपा पार्टी और मुख्यमंत्री को सार्वजनिक रूप से माफी मांगना चाहिए।