खड़ेर पंचायत में मनरेगा योजना में बड़े स्तर पर हुआ शासकीय धन का दुरुपयोग

ग्राम खड़े के निवासियों जनपद सीईओ को सौंपा आवेदन

भिण्ड, 21 दिसम्बर। गोहद जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत खड़ेर में महात्मा गांधी राष्ट्रीय नरेगा योजना के तहत शासन के धन का दुरुपयोग बड़े स्तर पर किया गया है। ग्राम पंचायत में मृत व्यक्तियों एवं शासकीय कर्मचारियों को विकलांग नाबालिग व्यक्तियों की फर्जी आईडी बनाकर मजदूर दिखाकर करोड़ों रुपए की राशि का भुगतान वर्ष 2014 से आज तक किया गया है। यह आरोप ग्राम पंचायत खड़ेर के निवासियों ने जनपद सीईओ को दिए पत्र में लगाए हैं।
ग्राम खड़ेर निवासी चंदन सिंह तोमर ने शिकायती आवेदन में लिखा है कि एम.पी.02004047003109 बैजनाथ पुत्र काशीराम आईडी में मृतक कैलाशी बाई की मृत्यु होने के उपरांत भी कैलाशी बाई को मजदूर दिखाकर भुगतान लिया गया है। इस तरह के कुल 51 व्यक्ति मृत हो चुके हैं। जिन्हें मजदूर बताकर भुगतान प्राप्त किया गया है। 14 शासकीय कर्मचारियों एवं 10 पेंशनभोगी, 10 नाबालिग, अनेक वृद्ध व्यक्तियों के नाम से भी भुगतान निकाला जा रहा है। एमपी 02004047003127 पुरुषोत्तम पुत्र जयराज को मजदूर बताया गया है। जब कि वह वर्तमान में भारतीय नौ सेना में कार्यरत है। कई मजदूर तो तहसील से बाहर के हैं। जिन्हें मजदूर दिखाकर निकाला गया है। शिकायतकर्ता ने सभी के शपथ पत्र लगाकर वरिष्ठ अधिकारियों को शिकायत की है जिससे जनपद कार्यालय में अफरा तफरी मची हुई है।

इनका कहना है-

ग्राम पंचायत में किए गए भ्रष्टाचार की शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों को शपथ पत्र प्रस्तुत कर की है।
चंदन सिंह तोमर, शिकायतकर्ता, ग्राम पंचायत खडेर
पंचायत की गंभीर शिकायत प्राप्त हुई है, जांच टीम बनाकर कराए जाने के निर्देश दिए हैं, जांच रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की जाएगी।
दिनेश कुमार शाक्य, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत गोहद