घर आई नन्हीं परी तो ढोल नगाड़ों से कराया गृहप्रवेश

भिण्ड, 17 अगस्त। बेटियां घर की रौनक होती हैं। बेटियों को बढ़ाना और पढ़ाना हमारी जिम्मेदारी है। सरकार भी यही कहती है। अब लोगों में बेटियों को बढ़ाने और पढ़ाने की मंशा जाग्रत हो गई है। बेटी के प्रथम गृह प्रवेश पर ऐसा ही नजारा शहर के अटेर रोड स्थित नवादा बाग में रहने वाले संतोष मिश्रा एडवोकेट के घर मंगलवार को देखने को मिला।

जैसे ही उनकी नन्ही नातिन ने प्रवेश किया तो अस्पताल से लौटी पुत्र वधू वहां की रौनक देखते ही रह गई। घर को सजाया गया और दरबाजे पर चौक कर नन्ही परी का इंतजार किया गया। जब वह अपने घर आई तो सभी ने उसका स्वागत किया और ढोल नगाड़ों के साथ उसका प्रथम गृह प्रवेश कराया गया। इस मौके पर कन्या की मां बेहद खुश थी। उधर पिता अनुराग मिश्रा का कहना था कि उनका एक बेटा है और अब बेटी घर आ गई, बहुत ही खुशी का माहौल है। उन्होंने कहा कि जिस घर में बेटी न हो वो घर सूना सूना सा रहता। जिस घर में बेटी होती है, उस घर में लक्ष्मी का वास नहीं होता है। बेटी घर में हंसती हैं तो उसकी हर खिलखिलाहट में मधुर संगीत होता हैं।