भगवान के सम्मुख आते ही जीव का उद्धार हो जाता है : रामभद्राचार्य

ग्राम गुदावली में श्रीमद् भागवत कथा के दौरान हो रहे हैं प्रवचन

भिण्ड, 03 दिसम्बर। दंदरौआ धाम के महंत श्रीश्री 1008 महामण्डलेश्वर मंहत रामदास जी महाराज के सानिध्य में मेहगांव क्षेत्र के ग्राम गुदावली स्थित श्रीश्री 1008 बाबा बालकदास महाराज महासिद्ध पीठ धाम परिसर में संगीतमयी श्रीमद् भागवत कथा एवं श्री हनुमान पंचकुण्डीय महायज्ञ आयोजन किया जा रहा है। जिसमें छठवें दिन शनिवार को जगदगुरू स्वामी रामभद्राचार्य जी ने द्वारा कथा का रसपान कराया।
कथा के दौरान उन्होंने कहा कि भगवान के सम्मुख आते ही जीव का उद्धार हो जाता है, मैं वक्ता नहीं हूं, मैं आपका धर्माचार्य जगतगुरु हूं, इस संसार में मनुष्य को गृह चक्कर परेशान करते हैं, लेकिन जो मनुष्य पर भगवान का अनुग्रह हो जाता है तो मनुष्य पर ग्रह भी कुछ नहीं बिगाड़ सकता है। भगवान का भोग प्रेम से लगाना चाहिए, मनुष्य को विश्वास के साथ ईश्वर की आराधना करनी चाहिए।

कथा के आरंभ में पारीक्षित महेन्द्र शर्मा ने परिजनों एवं अन्य अतिथियों के साथ व्यास गद्दी का पूजन किया और समापन पर मुख्य आयोजक एवं पारीक्षित श्रीमती ममता महेन्द्र शर्मा, नीलेश शर्मा, आरएन मिश्रा, ध्रुव, गौतम और यतेन्द्र शर्मा सहित भक्तगणों ले श्रीमद् भागवत जी की आरती की तथा सभी को प्रसादी का वितरण किया गया। इस मौके पर मंहत कालिदास महाराज तेजपुरा, ग्वालियर सांसद विवेक नारायण शेजवलकर, पूर्व विधायक राकेश शुक्ला, रामहरी शर्मा एडवोकेट, सुनील शर्मा ग्वालियर, विनोद दीक्षित एडवोकेट, रामबरन पुजारी, जलज त्रिपाठी, अमित दांतरे, राजेन्द्र सिंह भदौरिया, नरसी दद्दा, मिच्चू बाबा सहित अनेक श्रृद्धालु मौजूद रहे।