स्वयं एड्स के प्रति जागरुक होकर दूसरों को भी करें जागरुक

जअप की नवांकुर संस्था एवं नगर विकास प्रस्फुटन समिति रौन के तत्वावधान में विश्व एड्स दिवस पर जागरुकता शिविर आयोजित

भिण्ड, 01 दिसम्बर। मप्र जन अभियान परिषद ब्लॉक रौन के ब्लॉक समन्वयक जयप्रकाश शर्मा के मार्गदर्शन में नवांकुर संस्था पं. गंगाधर बरुआ लोक कल्याण समिति, श्री रोशनलाल दद्दू शिक्षा एवं लोक कल्याण समिति एवं नगर विकास प्रस्फुटन समिति रौन के संयुक्त तत्वावधान में विश्व एड्स दिवस पर जागरुकता शिविर का किया आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सीएससी रौन के डॉ. संजीव सिंह कुशवाह ने कहा कि इस शिविर का मुख्य उद्देश्य यह है कि एचआईवी संक्रमण के बारे में लोगों को जागरुक कर बताया जाए, ताकि लोग इस महामारी के दुष्प्रभाव से बच सकें। एड्स ह्यूमन इम्यूनोडेफिशियेंसी वायरस (एचआईव्ही) के संक्रमण के कारण होने वाला महामारी का रोग है, इस दिन को पहली बार 1988 में चिन्हित किया गया था। 1988 से एक दिसंबर को विश्व एड्स दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। प्रारंभ में विश्च एड्स दिवस को सिर्फ बच्चों और युवाओं से ही जोड़कर देखा जाता था, परंतु बाद में पता चला कि एचआईवी संक्रमण किसी भी उम्र के व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है। जिसके बाद साल 1996 में संयुक्त राष्ट्र ने एड्स का वैश्विक स्तर पर प्रचार और प्रसार का काम शुरू किया। एचआईवी संक्रमण से ग्रसित व्यक्ति में वायरस की चपेट में आने के दो से चार हफ्ते के भीतर ही लक्षण नजर आने लगते हैं, प्रारंभिक स्थिति में संक्रमित को बुखार, सिरदर्द, दाने या गले में खराश सहित इंफ्लूएंजा जैसी समस्याओं का अनुभव हो सकता है, संक्रमण बढऩे के बाद अन्य गंभीर लक्षण दिखने लगते हैं।
भीष्म प्रसाद त्यागी ने बच्चों एवं सभी उपस्थित सदस्यों को मार्गदर्शित करते हुए कहा कि हमारे समाज में फैली हुई असमानताओं को दूर करके एड्स को पूरी तरह से खत्म करने पर कदम बढ़ाने पर कार्य करना है। कार्यक्रम का संचालन प्रेम नारायण बरुआ एवं आभार नगर विकास प्रस्फुटन समिति के सचिव सचिन शर्मा ने व्यक्त किया। कार्यक्रम में मनोज शर्मा, सर्विस शर्मा, मिथिलेश चौहान, रवि राठौर सहित एक सैकड़ा से अधिक लोग उपस्थित थे।