आलमपुर में मच्छरों का जबरदस्त प्रकोप

भिण्ड, 11 सितम्बर। बारिश के दिनों में मच्छरों की तादाद तो हर जगह बढ़ जाती है, लेकिन आलमपुर कस्बे में तो मच्छरों की बाढ़ सी आ गई है। कस्बे में मच्छरों का इतना जबरदस्त प्रकोप है कि प्रत्येक घर में मच्छर दिन और रात्रि में मक्खियों की तरह भिन भिनाते नजर आते हैं। हालत यह है कि मच्छरों की बजह से लोग दिन में भी अपने घरों में सुकून से नहीं बैठ पा रहे हैं और रात्रि के समय मच्छरों से बचाव का प्रबंध किए बगैर लोग सो नहीं पा रहे हैं।
इधर कई लोगों का कहना है कि रात्रि के समय कमरे के अंदर मच्छर मार अगरबत्ती लगाने के पश्चात जब सुबह कमरे में झाडू लगाते हैं तो कमरे के अंदर मरी हुई अवस्था में एक-एक मुट्ठी मच्छर निकलते हैं। कस्बे में मच्छरों की तादाद को देखते हुए नगर परिषद आलमपुर द्वारा अभी तक नाले नालियों और जल भराव बाले स्थानों पर दवा का छिड़काव नहीं कराया गया। कहने के लिए नगर परिषद आलमपुर में मच्छरों को भगाने बाली फॉगिंग मशीन भी है। लेकिन कस्बे में मच्छरों की बढ़ती तादाद को देखते हुए नियमित रूप से फोगिंग मशीन का प्रयोग भी नहीं किया जा रहा है।
तो वही कस्बे के कुछ लोगों का कहना है कि आलमपुर कस्बे में कुछ स्थानों पर आवासीय क्षेत्र में घरों से निकलने बाले गंदे पानी का खाली पड़े भूखण्डों पर भराव हो रहा है, उससे भी कस्बे में मच्छर पनप रहे हैं। लेकिन नगर परिषद गंदे पानी की निकासी पर ध्यान नहीं दे रही है। यदि प्रशासनिक अधिकारियों ने आलमपुर में व्याप्त मच्छरों की समस्या की ओर जल्द ही ध्यान नहीं दिया तो आलमपुर कस्बे में मलेरिया और डेंगू जैसी घातक बीमारी फैल सकती है।्र

मौसमी बीमारियों की चपेट में सैकड़ों लोग

मौसम में लगातार हो रहे बदलाव का असर अब सीधे तौर पर लोगों की सेहत पर पडऩे लगा है। मौसम के बदलाव के कारण लोग शारीरिक तौर पर अस्वस्थ हो रहे हैं। जिसके चलते सरकारी तथा निजी क्लीनिकों पर मौसमी बीमारियों का इलाज कराने के लिए मरीजों की भीड़ लग रही है। मौसमी बीमारी से आलमपुर सहित ग्रामीण क्षेत्र में हर परिवार ग्रसित हैं। कहीं एक दो सदस्य तो कहीं पूरा परिवार बुखार और सर्दी जुकाम से पीडि़त हैं।