शिक्षक दिवस पर भी नहीं खुला स्कूल, ताले में बंद छात्रों का भविष्य

ग्रामीणों का कहना नियमित समय पर कभी नहीं खुलता विद्यालय

भिण्ड, 05 सितम्बर। मप्र में शिक्षा का स्तर बढ़े बच्चों को अच्छी शिक्षा शिक्षा मिले इसके लिए शिवराज सिंह चौहान द्वारा शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए प्रायस किए जाते हैं और इसके लिए जिला कलेक्टर एवं जिला शिक्षा अधिकारी भी प्रयासरत हैं जिले में सभी शासकीय विद्यालय समय पर खुलें और बच्चों को अच्छी शिक्षा मिले और मध्यान्ह भोजन की भी उचित व्यवस्था हो, लापरवाही बरतने वाले शिक्षकों पर भी जिला कलेक्टर व जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा लगातार कार्रवाईयां की जा रही हैं। इसके बावजूद भी कुछ रसूखदार शिक्षक बाज नहीं आ रहे हैं, न ही समय पर विद्यालय खोलते हैं और न ही बच्चों की शिक्षा पर ध्यान दे रहे हैं।
ऐसा ही विद्यालय अटेर ब्लॉक में आने वाले कल्याणपुरा के शासकीय प्राथमिक विद्यालय कल्याणपुरा स्कूल का है। जहां सुबह 11:30 बजे भी स्कूल पर ताले लगे मिले, अब आप ही समझ सकते हैं कि जहां समय पर स्कूल नहीं खुल रहे हैं वहां बच्चों का

भविष्य क्या होगा?

ग्राम कल्याणपुरा के ग्रामीणों से जब स्कूल न खुलने का कारण जानना चाहा तो ग्रामीणों का कहना था कि स्कूल 12 बजे के बाद ही खुलता है, कभी कभी एक बजे के बाद खोलते हैं। शिक्षक केशव हैं वही आते हैं। बांकी एक और शिक्षक हैं लोकेन्द्र सिंह जो कभी भी विद्यालय नहीं आते हैं, विद्यालय आना तो दूर वो अपना हाजिरी रजिस्टर भी घर मंगवाकर हाजिरी भरकर भिजवाते हैं।
यहां आपको जानकारी देना चाहेंगे कि शा. प्राथमिक विद्यालय कल्याणपुरा में लोकेन्द्र सिंह नहीं बल्कि उनकी पत्नी प्रतिमा भदौरिया पदस्थ हैं और लोकेन्द्र भदौरिया कल्याणपुरा के ही माध्यमिक विद्यालय में पदस्थ हैं। अब जब ग्रामीणों को यह तक जानकारी नहीं है कि प्राथमिक विद्यालय में महिला शिक्षक पदस्थ है या पुरुष शिक्षक पदस्थ है, तो इससे स्पष्ट होता है कि उक्त शिक्षिका कभी भी विद्यालय नहीं जाती होगी। इतना ही नहीं शा. माध्यमिक विद्यालय कल्याणपुरा में भी सिर्फ दो शिक्षक ही उपस्थित थे, शिक्षक लोकेन्द्र सिंह भी विद्यालय पर उपस्थित नहीं थे, जब इसके बारे में मीडियकर्मी ने वहां मौजूद दोनों शिक्षकों से पूछा तो उन्होंने बताया कि यहां हम तीन शिक्षक हैं, लोकेन्द्र सिंह आ रहे होंगे, ग्वालियर से आते हैं।

इनका कहना है –

आपके द्वारा संज्ञान में लाया गया है, मैं जांच करवाता हूं, अगर दोषी पाए गए तो उन पर कार्रवाई करेंगे।
केजी शर्मा, बीईओ अटेर
मैं दिखवाता हूं विद्यालय बंद क्यों है, क्यों नहीं खोला गया?
देवेन्द्र सिंह गुर्जर, बीआरसीसी अटेर