चंबल मैराथन की तैयारियां पूरी, आज बीहड़ में होगी रोमांचकारी दौड़

भिण्ड, 15 जनवरी। चंबल परिवार द्वारा 16 जनवरी को सुबह नौ बजे से जनपद स्थित चंबल नदी से अटेर फोर्ट तक चंबल मैराथन का दूसरा संस्करण का आयोजन जोश खरोश के साथ हो रहा है। जो कि विश्व की अनोखी दौड़ होगी। चंबल मैराथन से जुड़े आयोजक मण्डल ने पूरे रूट का दौरा कर निरीक्षण कर अंतिम रूप दिया गया। चंबल फाउण्डेशन द्वारा चलाए जा रहे ‘चंबल नेचुरल टूरिजम’ ‘स्प्रिट चंबल’ और ‘रन फार बेटर चंबल’ मुहिम से चंबल घाटी की सूरत बदलने की कोशिश शिद्दत से जारी है। चंबल मैराथन प्रतियोगिता की तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं। गौरतलब है कि चंबल मैराथन अद्भुत दुर्गम रास्ते से होकर गुजरेगी। चंबल मैराथन अपने अनोखे आयोजन को लेकर काफी चर्चा का विषय बना हुआ है।

मैराथन दौड़ के रूट का निरीक्षण करते हुए आयोजक

चंबल मैराथन के संयोजक राधेगोपाल यादव ने बताया कि चंबल मैराथन का रूट निर्माणाधीन अटेर पुल से शुरू होकर चंबल नदी के तीर से होते हुए दुर्गम भरखों से होते हुए अटेर किला ग्राउण्ड में समापन होगा। आजादी आंदोलन में क्रांतिवीरों की शरण स्थली रहे चंबल घाटी में होने वाले चंबल नदी के तीर से मैराथन बीहड़ों से भरखो के बीच से गुजरते हुए, पीले सरसों के खेतों के बीच एक अलग नजारा होगा जोकि चंबल पर्यटन के लिए देश विदेश को अपनी तरफ आकर्षित करेगा।
चंबल नदी की स्वच्छ जलधारा का कलकल निनाद और उसके कूल-कछारों में दूर देश से आए प्रवासी पंछियों की चहचहाहट की आवाजें खिलाडिय़ों को आनंदित कर देगी। पीला सोना यानी सरसों के फूलों से लदा खेत और बीहड़ के खाई-भरखे, चंबल मैराथन के दौरान चंबल नदी में मगरमच्छ, घडिय़ाल और डॉल्फिनों के जीवंत दृश्य और यमुना के रेतीले तट सुकून का एहसास कराएंंगे। चंबल मैराथन में उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और राजस्थान के धावक हिस्सा लेंगे। रूट निरीक्षण के दौरान आयोजन समिति से जुड़े प्रबल श्रीवास्तव, अशोक तोमर, राजेन्द्र यादव, बलवीर सिंह लड्डू, महेश यादव, उत्तम यादव, विनोद यादव, सागर यादव, गगन शर्मा, जयदीप सिंह कुशवाह, राहुल यादव, भूरे हरिमोहन यादव के साथ-साथ आयोजन में सहयोग कर रही भिण्ड डीएटीसी से प्रबल श्रीवास्तव के साथ-साथ वॉलिंटियर टीम रमाकांत यादव, धर्मेन्द्र पूर्वंशी, किशन ओझा, गोलू कुशवाह, अमित यादव, बिट्टू यादव, दीपक यादव, पंकज यादव, भानु यादव, अविनाश ओझा, अजय आर्य, राधाकृष्ण यादव, योगेश यादव, गोविन्द यादव उपस्थित रहे।