समानता का ढिंढोरा पीटने वाली भाजपा सरकार का दौहरा चेहरा हुआ उजागर : मानसिंह

भाजपा में आज भी पनप रहा है जातिवाद, इसका दंश झेल रहे कई दलित नेता

भिण्ड, 27 दिसम्बर। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा ढिंढोरा पीटा जाता है कि भाजपा में जातिवाद को बिल्कुल भी जगह नहीं दी गई है। इसमें सभी को समानता की दृष्टि से देखा जाता है। लेकिन हाल ही में हुई इस घटना से भाजपा का भेदभाव वाला चेहरा उजागर हो गया है। बता दें कि रविवार को प्रधानमंत्री के मन की बात का कार्यक्रम भाजपा के नेता सुनील बाल्मीकि ने बाल्मीकि बस्ती में अपने गृह निवास पर रखा था। जिस पर सभी वरिष्ठ नेताओं को आमंत्रित किया गया था, लेकिन विशेष जाति वर्ग से दूरियां बनाते हुए एक भी नेतागण इस कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हुए। अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि भाजपा में किस प्रकार का दंश अनुसूचित जाति के नेता झेल रहे हैं।
इस पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के जिलाध्यक्ष मानसिंह कुशवाहा ने सोमवार को अपना बयान जारी करते हुए कहा कि जब भाजपा के लिए मेहनत करने वाले नेताओं के साथ ही इस प्रकार की भेदभाव वाली राजनीति की जा रही है तो इनकी नजर में अनुसूचित जाति एवं दलितों की क्या अहमियत होगी। भाजपा नेताओं द्वारा आए दिन दलितों एवं अनुसूचित जाति वर्ग के लिए सहानुभूति वाले बयान जारी किए जाते हैं। लेकिन उनका दोहरा चेहरा इस घटना से उजागर हो गया है। भाजपा नेता अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए दलितों के यहां खाना खाने जैसा नाटक करते हैं। जबकि हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। लिहाजा पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व को दलितों से माफी मांगनी चाहिए एवं इस प्रकार का कृत्य करने वाले कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई भी करनी चाहिए।